नई दिल्ली। कोरोना महामारी के बीच भी भारत विदेशी निवेशकों के लिए आकर्षक बना हुआ है। वित्त वर्ष के पहले 5 महीने के दौरान भारत में एफडीआई प्रवाह ने नया रिकॉर्ड दर्ज किया है। वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने ट्वीट के जरिए ये जानकारी दी। केंद्रीय मंत्री के मुताबिक अप्रैल से अगस्त के बीच भारत में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश का कुल प्रवाह बढ़त के साथ 35.7 अरब डॉलर पर पहुंच गया है। ये किसी भी वित्त वर्ष के पहले 5 महीनों के दौरान आया सबसे बड़ा एफडीआई प्रवाह है। कुल प्रत्यक्ष विदेशी निवेश में पिछले साल के मुकाबले 13 फीसदी की बढ़त देखने को मिली है। पिछले वित्त वर्ष में अप्रैल से अगस्त के दौरान देश में कुल 31.6 अरब डॉलर का एफडीआई आया था।
कुल प्रत्यक्ष विदेशी निवेश में नए निवेश के साथ पिछले निवेश से हुई आय का फिर से किया गया निवेश भी शामिल है। वहीं पीयूष गोयल ने लिखा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत एफडीआई के लिए पसंदीदा बन गया है। पिछले 6 साल के दौरान देश में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश का प्रवाह 55 फीसदी बढ़ गया है। वाणिज्य मंत्रालय के द्वारा दिए गए आंकड़ों के मुताबिक 2014-20 के बीच देश में कुल 358.29 अरब डॉलर का प्रत्यक्ष विदेशी निवेश का प्रवाह हुआ है। वहीं 2008-14 के बीच ये आंकड़ा 231.37 अरब डॉलर रहा था।
वहीं मंत्रालय ने कहा कि एफडीआई नीतियों में सुधार, निवेश के लिए बेहतर माहौल, काम करने में आसानी जैसे कई कदमों की वजह से ही देश में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश में बढ़त देखने को मिली है। मंत्रालय के मुताबिक पिछले 6 सालों में उठाए गए कदमों का फल मिलने लगा है, और इससे साबित हुआ है कि भारत विदेशी निवेशकों के लिए आकर्षक बना हुआ है। इसके साथ ही बयान में कहा गया है कि एफडीआई अर्थव्यवस्था को तेजी देने के लिए काफी अहम है। सरकार लगातार नीतियों को निवेशकों के लिए बेहतर बना रही है, वहीं ऐसी सभी बाधाओं को दूर किया जा रहा हैं जिससे निवेश पर असर पड़ता हो।
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