नयी दिल्ली। देश में प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल में महत्वपूर्ण वृद्धि के साथ वर्ष 2020-21 के दौरान कंप्यूटर सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेश निवेश (एफडीआई) तीन गुना बढ़कर 26.14 अरब डॉलर हो गया। उद्योग एवं आतंरिक व्यापार संवर्धन विभाग (डीपीआईआईटी) द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2019-20 में सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर क्षेत्र में 7.67 अरब डॉलर तथा वर्ष 2018-19 के दौरान 6.41 अरब डॉलर एफडीआई प्राप्त हुआ था।
डीपीआईआईटी ने बताया कि भारत को वर्ष 2020-21 के दौरान कुल 59.63 अरब डॉलर का एफडीआई मिला जिसका 43 प्रतिशत कंप्यूटर सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर क्षेत्र में प्राप्त हुआ। डेलॉइटी इंडिया के भागीदार रजत वाही ने कहा, ‘‘देश में व्यवसायों के बढ़ते डिजिलीकरण के साथ तकनीक क्षेत्र में लगातार वृद्धि हो रही है। यह गति विशेष कर लॉकडाउन के दौरान बढ़ी है और अगले दो-तीन साल तक इसके तेजी से बढ़ने का अनुमान है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘तकनीक में भारत के सक्षम होने से विदेशी निवेशक आकर्षित हए हैं जिससे हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर में बड़े पैमाने पर एफडीआई मिल रहा है।’’