नई दिल्ली। तंबाकू किसानों के एक संगठन ने सरकार से अनुरोध किया है कि कच्चे तंबाकू पर से वस्तु एवं सेवा कर (GST) की पांच प्रतिशत दर को वापस लिया जाए और इसे किसी अन्य कृषि उत्पाद की तरह ही कर के दायरे से बाहर रखा जाए। फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया फार्मर एसोसिएशंस (FAIFA) ने एक बयान में कहा कि GST के बाद तंबाकू की पत्तियों और कच्चे तंबाकू की कीमत में गिरावट आने का डर है। पूरे आंध्र प्रदेश में तंबाकू किसानों ने सभी मंचों पर तंबाकू की नीलामी को रोक दिया है।
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संगठन ने तंबाकू पर कर को अवास्तविक बताते हुए कहा कि इससे लाखों किसानों की आजीविका प्रभावित होगी। सरकार 18 जून को GST समीक्षा बैठक में इस पर विचार करे। FAIFA के वाइस प्रेसिडेंट गड्डे शेषागिरी राव ने कहा कि सदर्न ब्लैक सॉयल क्षेत्र के विभिन्न नीलामी मंच से जुड़े किसानों ने तंबाकू की पत्तियों पर लगाए गए 5 प्रतिशत GST के विरोध में अपने उत्पाद बाजार में न लाने का निर्णय किया है।
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FAIFA के अनुसार, कच्चा तंबाकू और अनमैन्युफैक्चर्ड तंबाकू पर केंद्रीय उत्पाद शुल्क की छूट चरण सिंह सरकार के समय से ही मिलती रही है। एसोसिएशन ने अन्य कृषि फसलों की तरह ही तंबाकू को भी टैक्स से दायर रखने का अनुरोध किया है।
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