बार्सेलोना। दुनिया की दिग्गज टेलीकॉम कंपनी वोडाफोन ने फेसबुक की फ्री बेसिक्स पहल का विरोध किया है। इंटरनेट सर्विस में और प्रतिस्पर्धा लाने का अपील करते हुए वोडाफोन ने कहा कि फेसबुक की पहल से भारत में सिर्फ एक प्रभावशाली कंपनी को फायदा मिल रहा था। गौरतलब है कि इस पहल के लिए फेसबुक की काफी आलोचना हुई, क्योंकि आलोचकों का मानना था कि इससे नेट निष्पक्षता के सिद्धांत का उल्लंघन होता है। इसी महीने ट्राई के निर्देश के बाद फेसबुक ने अपने विवादास्पद कार्यक्रम को बंद किया है।
एक कंपनी को फायदा पहुंचाने का लगाया आरोप
वोडाफोन ग्रुप के प्रमुख वित्तोरियो कोलाओ ने कहा, मेरे लिए महत्वपूर्ण यह है कि निष्पक्षता की रक्षा हो क्योंकि आप जानते हैं कि हम फेसबुक के प्रयोग का हिस्सा नहीं थे। मैंने हमेशा कहा है कि मुझे लगता है कि यह मॉडल एक प्रभावशाली कंपनी को अनुचित मदद कर रहा है। इसलिए यह कहना कि यह मॉडल अच्छा या यह बुरा, मेरे लिए यह ज्यादा महत्वपूर्ण है कि किसी मॉडल से ज्यादा प्रतिस्पर्धा आती है ज्यादा सेवा दी जा सकती है। टेलीकॉम कंपनी रिलायंस कम्यूनिकेशंस के साथ भागीदारी में सोशल नेटवर्क, फेसबुक की मुफ्त योजना के तहत चुनिंदा वेबसाइट के जरिए मूलभूत इंटरनेट सेवा बगैर शुल्क के मुहैया करने की पेशकश की गई थी।
नेट निष्पक्षता के पक्ष में ट्राई
नेट निष्पक्षता का समर्थन करते हुए टेलीकॉम रेगुलेटर ट्राई ने विभिन्न किस्म की सामग्री के लिए अलग-अलग शुल्क दर पर प्रतिबंध लगा दिया था। इससे फेसबुक की विवादास्पद फ्री बेसिक्स और ऐसी अन्य योजनाओं को बड़ा झटका लगा था। कोलाओ ने कहा, भारतीय नियामक ने साफ किया है कि वह नहीं चाहता कि एक बड़ी कंपनी दूसरों के मुकाबले फायदा उठाए लेकिन इस मुद्दे पर अभी बहस जारी है और विश्व के विभिन्न हिस्सों में हमारे विचार अलग-अलग होंगे।
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