नयी दिल्ली। देश में कच्चे तेल के आयात में कमी लाने के लिए सरकार की पेट्रोल में एथेनॉल ब्लेंडिंग की कोशिश रंग लाती दिख रही है। पेट्रोल के साथ एथनॉल मिश्रण के लक्ष्य को सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में हासिल किया गया है। नवंबर को समाप्त होने वाले विपणन वर्ष 2020-21 में यह मिश्रण स्तर लगभग 8.3 प्रतिशत तक पहुंचने की संभावना है।
सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लि.(एचपीसीएल) के एक अधिकारी ने शुक्रवार को यह कहा। वर्ष 2019-20 में पेट्रोल के साथ एथनॉल मिश्रण का स्तर पांच प्रतिशत था। भारतीय चीनी मिल संघ (इस्मा) के एक वेबिनार को संबोधित करते हुए, एचपीसीएल के कार्यपालक निदेशक सी श्रीधर गौड़ ने कहा कि मौजूदा एथनॉल आपूर्ति वर्ष (दिसंबर से नवंबर) में एथनॉल मिश्रण स्तर पिछले दो वर्षों में पांच प्रतिशत के औसत से लगभग 8.2-8.3 प्रतिशत तक पहुंचने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि एथनॉल मिश्रण कार्यक्रम पूरे देश में पहुंच गया है।
गौड़ ने कहा, ‘‘सिक्किम अंतिम राज्य था। चार दिन पहले, हम सिक्किम भी पहुंचे। सभी राज्यों में एथनॉल मिलाने का काम हो रहा है।’’ गौड़ ने कहा कि सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में एथनॉल मिश्रण लक्ष्य को हासिल किया गया है। उन्होंने भरोसा जताया कि वर्ष 2021-22 एथनॉल आपूर्ति या विपणन वर्ष में पेट्रोल में 10 प्रतिशत मिलाने का स्तर हासिल कर लिया जाएगा।
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