अंशधारकों को रोजगार छूटने पर तीन साल का बीमा कवर उपलब्ध कराएगा ईपीएफओ
कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) अपने शेयरधारकों को नौकरी छूटने की स्थिति में तीन साल का जीवन बीमा कवर उपलब्ध कराने पर विचार कर रहा है।
नई दिल्ली। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) अपने शेयरधारकों को नौकरी छूटने की स्थिति में तीन साल का जीवन बीमा कवर उपलब्ध कराने पर विचार कर रहा है। ईपीएफओ इस आशय के प्रस्ताव पर अगले महीने विचार कर मंजूरी दे सकता है। सूत्रों ने यह जानकारी दी।
उन्होंने कहा, EPFO के न्यासियों की बैठक अगले महीने होने की संभावना है जिसमें वह अपने अंशधारकों को नौकरी छूटने के बाद तीन साल तक बीमा कवर उपलब्ध कराने पर विचार करेगा। यह बीमा कवर ईडीएलआई योजना के तहत उपलब्ध कराया जाना है। उन्होंने बताया, कर्मचारी जमा सम्बद्ध योजना (ईडीएलआई) के तहत बीमित अधिकतम राशि को इसी महीने बढाकर छह लाख रुपए किया जाएगा।
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पिछले साल सितंबर में ईपीएफओ के शीर्ष निकाय केंद्रीय न्यासी बोर्ड (सीबीटी) ने ईडीएलआई के तहत लाभों को 3.6 लाख रुपए से बढ़ाकर छह लाख रुपए करने का फैसला किया था। लेकिन इस फैसले का कार्यान्वयन नहीं किया जा सका क्योंकि योजना में संशोधन संबंधी अधिसूचना विधि मंत्रालय में अटक गई। सूत्रों ने कहा, ईडीएलआई के तहत लाभ को बढाकर छह लाख रुपए करने के लिए अधिसूचना इसी महीने जारी की जाएगी।
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EPFO करेगा शेयर बाजार में 6,000 करोड़ रुपये का निवेश
केंद्रीय श्रम मंत्री बंडारू दत्तात्रेय ने कहा है कि कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) चालू वित्त वर्ष में 6000 करोड़ रुपये से अधिक शेयर बाजार में निवेश कर सकता है। हालांकि मंत्री ने कहा कि इस बारे में केंद्रीय न्यासी बोर्ड अगली बैठक में अंतिम निर्णय करेगा। पिछले साल ईपीएफओ ने एसमइआई म्यूचुअल फंड के दो सूचकांक से जुड़े ईटीएफ (एक्सचेंज ट्रेडेड फंड) एक बीएसई सेंसेक्स और दूसरा एनएसई निफ्टी से जुड़े में निवेश किया था। दत्तात्रेय ने एक कार्यक्रम के दौरान कहा, ईटीएफ में निवेश पिछले साल से बढ़ सकता है क्योंकि अगर अल्पकाल में लाभ नहीं भी होता है तो दीर्घकाल में इससे अच्छा रिटर्न मिलेगा। पिछले वर्ष हमने 6,000 करोड़ रुपए निवेश किए थे। इस साल हम अधिक निवेश कर सकते हैं। बैंक अधिकारियों, निवेश प्रबंधकों और बीएसई तथा एनएसई के अधिकारियों के साथ इस पर चर्चा हुई है।