नयी दिल्ली। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन ( EPFO ) वर्ष 2015-16 के लिये भविष्य निधि जमा पर अधिक ब्याज तय कर सकता है। केंद्रीय श्रम मंत्री बंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि यह निर्धारण इस पेंशन फंड के ट्रस्टियों की जनवरी में होने वाली बैठक में किया जा सकता है। पिछले दो साल से भविष्य निधि पर 8.75 प्रतिशत की दर से ब्याज दिया जा रहा है।
वित्त मंत्रालय के साथ जारी है बातचीत
ईपीएफओ की शीर्ष निर्णय लेने वाली संस्था सेंट्रल बोर्ड ऑफ ट्रस्टी (सीबीटी) की बैठक के बाद श्रम मंत्री बंडारू दत्तात्रेय ने कहा, इस साल ऊंची दर से ब्याज दिये जाने की संभावना है। वित्त मंत्रालय के साथ इस मुद्दे पर हमारी बातचीत जारी है। श्रम मंत्री ने कहा, मैं इस मुद्दे पर वित्त मंत्री अरण जेटली के साथ विचार विमर्श करंगा और उसके बाद सीबीटी की जनवरी में होने वाली अगले बैठक में ब्याज दर की घोषणा की जा सकती है।
वित्त मंत्रालय नहीं चाहता दरों में बदलाव
वित्त मंत्रालय चाहता है कि ईपीएफओ चालू वित्त वर्ष के लिये भविष्य निधि पर बयाज दर को 8.75 प्रतिशत पर स्थिर रखे। वित्त मंत्रालय अपने लोक भविष्य निधि (पीपीएफ) और लघु बचत योजनाओं पर भी ब्याज दर कम करने की उम्मीद कर रहा है। एक सूत्र ने बताया कि वित्त मंत्रालय यह सभी प्रयास इसलिये कर रहा है ताकि बैंक भी अपनी ब्याज दरों में और कमी लायें ताकि उद्योगों और उपभोक्ताओं के लिये कर्ज की लागत कम हो सके तथा आर्थिक गतिविधियों में तेजी लाई जा सके।
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