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Hindi News पैसा बिज़नेस PF के पैसों को लेकर अगले सप्ताह हो सकता है बड़ा फैसला, 21 अगस्त को होगी सीबीटी की बैठक

PF के पैसों को लेकर अगले सप्ताह हो सकता है बड़ा फैसला, 21 अगस्त को होगी सीबीटी की बैठक

नौकरी करने वालों के लिए ये खबर बहुत महत्वपूर्ण है, क्योंकि कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) अगले सप्ताह अपने फंड मैनेजर को बदलने पर विचार कर रही है। ईपीएफओ इसको लेकर अगले सप्ताह न्यासियों की बैठक में कोष प्रबंधकों के रूप में एचएसबीसी एएमसी, यूटीआई एएमसी और एसबीआई म्यूचुअल फंड को नियुक्त कर सकता है।

EPFO likely to appoint HSBC AMC, UTI AMC, SBI Mutual Fund as fund mangers- India TV Paisa EPFO likely to appoint HSBC AMC, UTI AMC, SBI Mutual Fund as fund mangers

नयी दिल्ली। नौकरी करने वालों के लिए ये खबर बहुत महत्वपूर्ण है, क्योंकि कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) अगले सप्ताह अपने फंड मैनेजर को बदलने पर विचार कर रही है। ईपीएफओ इसको लेकर अगले सप्ताह न्यासियों की बैठक में कोष प्रबंधकों के रूप में एचएसबीसी एएमसी, यूटीआई एएमसी और एसबीआई म्यूचुअल फंड को नियुक्त कर सकता है। यह नियुक्ति तीन साल के लिये हो सकती है।

ईपीएफओ की आडिट और निवेश समिति (एफएआईसी) ने तीन संपत्ति प्रबंधन कंपनियों एचएसबीसी एएमसी, यूटीआई एएमसी और एसबीआई म्यूचुअल फंड को एक अक्टूबर 2019 से तीन साल के लिये कोष प्रबंधक नियुक्त किये जाने की सिफारिश की है। एफएआईसी की सिफारिश को ईपीएफओ का निर्णय लेने वाला शीर्ष निकाय केंद्रीय न्यासी बोर्ड (सीबीटी) के समक्ष रखा जाएगा। 

सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, EPFO की एडवाइजरी बॉडी फाइनेंस ऑडिट एंड इन्वेस्टमेंट कमिटी (FAIC) ने तीन नाम HSBC, UTC और SBI फाइनल किए है। इनकी नियुक्ति 1 अक्टूबर 2019 से तीन साल के लिए होगी। आपको बता दें कि श्रम मंत्री की अध्यक्षता वाले सीबीटी की बैठक 21 अगस्त 2019 को होगी। कोष प्रबंधकों और तीन साल के लिये नियुक्ति पिछले साल अप्रैल से लंबित है।

बता दें कि मौजूद व्यवस्था में सीबीटी ने एक अप्रैल 2015 से एसबीआई, आईसीआईआईसीआई सिक्युरिटीज प्राइमरी डीलरशिप, रिलायंस कैपिटल और एचएसबीसी एएमसी को तीन साल के लिए नियुक्त किया था। उसके बाद ईपीएफओ को पांच कोष प्रबंधकों के कार्यकाल कई बार बढ़ाये गये। अब इन कोष प्रबंधकों की विस्तारित अवधि 30 सितंबर 2019 को समाप्त हो रही है। सूत्र ने बताया कि तीनों संपत्ति प्रबंधन कंपनियों के पिछले प्रदर्शन के आधार पर उनके नामों को अंतिम रूप दिया गया है। 

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