मुंबई। देश के सबसे मूल्यवान बैंक एचडीएफसी बैंक में अक्टूबर-दिसंबर तिमाही के दौरान कर्मचारियों की संख्या में 4,581 की कमी आई है। ऐसा सिस्टम की दक्षता बढ़ाने और नई नियुक्तियों में कमी की वजह से हुआ है। दिसंबर तिमाही में बैंक की प्रॉफिट ग्रोथ भी 18 साल के निचले स्तर 15 प्रतिशत पर चली गई।
किसी एक तिमाही में बैंक के कर्मचारियों की संख्या में गिरावट का यह संभवत: सबसे बड़ा मामला है। बैंक ने संकेत दिया कि आने वाले समय में नई भर्तियों की रफ्तार घट सकती है, क्योंकि वह ऑटोमेशन बढ़ाने सहित विभिन्न उपायों से उत्पादकता बढ़ाने पर जोर दे रहा है।
एचडीएफसी बैंक ने जवाब में कहा,
कर्मचारियों की संख्या में कमी मुख्य तौर पर स्वाभाविक तौर पर कर्मचारियों के नौकरी बदलने और नई भर्ती की रफ्तार सामान्य से कम रखने के कारण आई है। पिछले कुछ महीनों में उत्पादकता बढ़ाने के चलते ऐसा हो सका।
- 31 दिसंबर 2016 में बैंक के कुल कर्मचारियों की संख्या घटकर 90,421 रह गई, जो 30 सितंबर 2016 को 95,002 थी।
- बैंक के आंकड़ों से पता चलता है कि इस तरह कर्मचारियों की संख्या 5 प्रतिशत घटी है।
- भारतीय बैंकिंग उद्योग में एट्रीशन रेट 16-22 प्रतिशत सालाना है, जबकि एचडीएफसी बैंक का एट्रिशन रेट 18-20 प्रतिशत है।
- पिछले साल की तुलना में दिसंबर 2015 में बैंक के कर्मचारियों की संख्या 5,802 बढ़कर 84,619 हो गई थी।
- कर्मचारी कम होने का फायदा कॉस्ट ऑफ इनकम पर दिखाई पड़ता है।
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