नई दिल्ली। एडेलवाइस ऐसेट मैनेजमेंट लिमिटेड ने मंगलवार को कहा है कि वह वैश्विक कंपनी जेपी मॉर्गन के भारतीय म्यूचुअल फंड कारोबार का अधिग्रहण करेगी। इसके लिए दोनों कंपनियों ने एक समझौता भी किया है। जेपी मॉर्गन के पास 7,000 करोड़ रुपए से अधिक की परिसंपत्ति है। इस तरह भारत के 13 लाख करोड़ रुपए से अधिक के इस उद्योग से एक और विदेशी म्यूचुअल फंड कंपनी बाहर निकल रही है।
एडेलवाइस ने एक बयान में कहा कि इस सौदे के तहत वह जेपी मॉर्गन ऐसेट मैनेजमेंट इंडिया द्वारा प्रबंधित में उसकी सभी साझा कोष योजनाओं का अधिग्रहण करेगी। इसमें उसका म्यूचुअल फंड कारोबार और इन कोषों में विदेशी धन का प्रबंध भी शामिल होगा। इस करार के लिए अभी बाजार नियामकों से मंजूरी लेनी बाकी है। अधिग्रहण के बाद संयुक्त इकाई की प्रबंधन अधीन परिसंपत्ति 8,757 करोड़ रुपए होगी।
पिछले कुछ साल में कई विदेशी कंपनियां भारत में साझा कोष प्रबंध कारोबार से निकल चुकी हैं। पिछले साल रिलायंस कैपिटल ऐसेट मैनेजमेंट ने गोल्डमैन सैक्स का कारोबार 243 करोड़ रुपए में खरीदा था। इसी तरह स्टैंडर्ड चार्टर्ड ने 2008 में अपना म्यूचुअल फंड कारोबार आईडीएफसी को बेच दिया था। फिडिलिटी 2012 में एलएंडटी फाइनेंस को अपना साझाकोष कारोबार बेच कर इससे निकल गई थी।
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