जेट एयरवेज के संस्थापक और पूर्व CEO नरेश गोयल के मुंबई स्थित आवास पर ED ने मारा छापा
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने जेट एयरवेज के संस्थापक और पूर्व सीईओ नरेश गोयल के मुंबई स्थित घर पर बुधवार देर रात छापा मारी की। नरेश गोयल को ईडी ने उनके ऑफिस से डिटेन किया। उसके बाद अपनी कार में उनके घर ले जाकर तलाशी ली।
नई दिल्ली। केंद्रीय जांच एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने जेट एयरवेज के संस्थापक और पूर्व सीईओ नरेश गोयल के मुंबई स्थित आवास पर बुधवार देर रात छापा मारा। ईडी उनसे पूछताछ कर रही है और उनका बयान दर्ज किया जा रहा है। पिछले साल उनके खिलाफ विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (फेमा) के तहत मामला दर्ज किया गया था। नरेश गोयल को ईडी ने उनके ऑफिस से डिटेन किया। उसके बाद अपनी कार में उनके घर ले जाकर तलाशी ली। ईडी ने नरेश गोयल के बलार्ड एस्टेट ऑफिस में उनसे घंटों पूछताछ की। सूत्रों ने बताया कि गोयल को ईडी की टीम अपनी कार से उनके घर ले गए और उनके घर की तलाशी ली।
बता दें कि, ईडी ने यह कार्रवाई मनी लान्ड्रिंग निरोधक कानून के तहत की है, जिसमें नरेश गोयल और जेट एयरवेज पर आपराधिक आरोप दर्ज किए गए हैं। जेट एयरवेज के खिलाफ पिछले साल जुलाई में कॉरपोरेमेट मामलों के मंत्रालय के आदेश पर धोखाधड़ी की जांच चालू की गई थी। केंद्रीय एजेंसी जेट और गोयल के खिलाफ फॉरेन एक्सचेंज मैनेजमेंट ऐक्ट (फेमा) के तहत जांच कर रही है और उनके खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग केस फाइल करने पर विचार कर रही थी। ईडी जेट के 12 सालों के वित्तीय डील की जांच कर रही है। उन्होंने फेमा केस में गोयल से दर्जनों बार पूछताछ की है। ईडी ने उनकी पत्नी और बेटे से भी दो-तीन बार पूछताछ की है। 19 निजी फर्म से जुड़े संदिग्ध लेनदेन के मामले को ईडी देख रही है। इनमें से 14 फर्म भारत और 5 विदेश में हैं। सभी गोयल से संबंधित हैं।
हाल ही में मुंबई पुलिस ने एक ट्रैवल कंपनी की शिकायत पर गोयल के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज किया था। ईडी के ये छापामारी एक ट्रैवल कंपनी द्वारा दायर की गई एफआईआर के संबंध में की गई है जिसमें नरेश गोयल और उनकी पत्नी अनीता गोयल पर 46 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी का आरोप लगाया गया था। इसी एफआईआर को संज्ञान लेते हुए ईडी ने गोयल दंपती और जेट एयरवेज के खिलाफ केस दर्ज किया है। इसके साथ ही नरेश गोयल और जेट एयरवेज द्वारा कथित रूप से विदेशी मुद्रा उल्लंघन की जांच कर रही एजेंसी ने भी मनी लॉड्रिंग निवारण अधिनियम (PMLA) की एक धारा के तहत गोयल का बयान दर्ज किया है। आरोप है कि गोयल ने बंद हो चुकी अपनी एयरलाइन के जरिए लेन-देन में गड़बड़ी की है। फेमा केस में गोयल, उनकी पत्नी और बेटे से भी कई बार पूछताछ हो चुकी है।
हालांकि, यह पहली बार नहीं है जब अधिकारियों ने गोयल से जुड़ी संपत्तियों पर छापा मारा है। पिछले साल सितंबर में भी गोयल से ईडी के अधिकारियों ने प्रारंभिक जांच के बाद 8 घंटे तक पूछताछ की थी। एजेंसी को अगस्त में गोयल की मुंबई और दिल्ली में 12 संपत्तियों का पता चला था। इसके साथ ही नरेश गोयल का विदेशी बैंक खातों में बड़ी मात्रा में धन के लेन-देन का भी पता चला था। सूत्रों के मुताबिक, गोयल टैक्स हैवन कहे जाने वाले देशों में कुछ कंपनियों के अप्रत्यक्ष मालिक हैं। जेट को कर्ज देने वाली एसबीआई एयरलाइन्स के खिलाफ नैशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल में दिवालियापन का मुकदमा शुरू करने वाली है।
पिछले साल मई में गोयल और उनकी पत्नी को मुंबई हवाई अड्डे पर लंदन की उड़ान भरने से रोक दिया गया था। इसके साथ ही दोनों के खिलाफ लुकआउट सर्कुलर जारी किया गया था। नरेश गोयल ने पिछले साल मार्च में जेट एयरवेज के चेयरमैन पद से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद 14 अप्रैल को एयरलाइन ने वित्तीय संकट का हवाला देकर ऑपरेशन बंद कर दिया। बता दें, 8,000 करोड़ रुपए के कर्ज के चलते गोयल ने इस साल के शुरू में अनिश्चित काल के लिए जेट एयरवेज का परिचालन बंद कर दिया था, जेट की उड़ानें बंद होने से इसमें काम करने वाले हजारों कर्मचारी रातों-रात बेरोजगार हो गए थे। हालांकि कुछ समय पहले जेट एयरवेज एयरलाइन बाजार में हिस्सेदारी के हिसाब से भारत की दूसरी सबसे बड़ी कंपनी थी।