नई दिल्ली। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 45 करोड़ रुपए से जुड़े फेमा कानून के उल्लंघन को लेकर कार्ती चिदंबरम और उनसे कथित तौर पर संबंधित कंपनी को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। ईडी ने दो साल से अधिक की जांच के बाद इसी प्रकार का नोटिस चेन्नई की कंपनी मेसर्स वासन हेल्थकेयर प्राइवेट लि. को 2,262 करोड़ रुपए के विदेशी विनिमय प्रबंधन कानून (फेमा) नियमों के उल्लंघन को लेकर जारी किया है।
प्रवर्तन निदेशालय ने एक नोटिस में कहा, मेसर्स एडवांटेज स्ट्रैटजिक कंसल्टिंग प्राइवेट लि. ने विदेशी निवेशकों को वासन (चेन्नई की कंपनी) के शेयरों की बिक्री सौदे में करीब 45 करोड़ रुपए की गड़बड़ी की।
इसके अनुसार, मेसर्स एडवांटेज स्ट्रैटजिक कंसल्टिंग प्राइवेट लि., उसके निदेशकों और कार्ती पी चिदंबरम को भी नोटिस जारी किये गये हैं। ऐसा जान पड़ता है कि वह नियंत्रक हैं और इस सौदे के वे हीं लाभार्थी हैं। कार्ती वरिष्ठ कांग्रेस नेता और पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम के बेटे हैं।
ईडी ने मामले में मेसर्स वासन हेल्थकेयर प्राइवेट लि. और उसके विदेशी निवेशकों द्वारा विदेशी निवेशकों से प्राप्त निवेश के संदर्भ में कुल 2,262 करोड़ रुपए के विदेशी विनिमय प्रबंधन कानून (फेमा) के प्रावधानों का उल्लंघन पाया है।
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