यस बैंक घोटाला: मुम्बई में कॉक्स एन्ड किंग्स के 5 स्थानों पर ED की रेड, खंगाले घर और आफिस
देश के प्रमुख निजी बैंक यस बैंक के 20 हजार करोड़ रुपए से अधिक के घोटाले में आज प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बड़ी कार्रवाई की है।
देश के प्रमुख निजी बैंक यस बैंक के 20 हजार करोड़ रुपए से अधिक के घोटाले में आज प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बड़ी कार्रवाई की है। ईडी ने पर्यटन क्षेत्र से जुड़े समूह कॉक्स एंड किंग्स पर आज बड़ी कार्रवाई की है। सोमवार को कॉक्स एंड किंग्स के 5 ठिकानों पर ईडी ने एक साथ छापे की कार्रवाई की। ईडी ने यस बैंक के 3642 करोड़ रुपए के धोखाधड़ी मामले में कंपनी के प्रमोटर, डायरेक्टर, सीएफओ और आडिटर के मुंबई स्थित घर और आफिस में छापे मारकर फाइलें खंगाली। कॉक्स एंड किंग्स पर अकेले यस बैंक का 2026 करोड़ रुपए बकाया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार ईडी की टीम आज कॉक्स एंड किंग्स ग्रुप के प्रमोटर अजय अजीत पीटर, डायरेक्टर पासी पटेल, सीएफओ अभिषेक गोयनका, आडिटर अनिल खंडेलवाल और नरेश जैन के ठिकानों पर पहुंची। इन पर मुंबई के यस बैंक से 3642 करोड़ रुपए के घोटाले के आरोप हैं। इन पर प्रिवेंशन आफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (PMLA), 2002 तहत कार्रवाई की जार ही है। 3642 करोड़ रुपए के लोन में कॉक्स एंड किंग्स लिमिटेड इंडिया पर 563 करोड़, इजीगो वन ट्रैवल एंड टूर्स लिमिटेड(EOTTL), इंडिया पर 1012 करोड़, कॉक्स एंड किंग्स फायनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड (CKFSL), इंडिया पर 422 करोड़, प्रोमेथिओन इंटरप्राइस लिमिटेड, यूके पर 1152 रुपए, मालवर्न ट्रैवल लिमिटेड, यूके पर 493 करोड़ रुपए का कर्ज शामिल है।
यस बैंक के 34,000 करोड़ रुपये के फंसे कर्ज का बड़ा हिस्सा 10 बड़े कारोबारी समूहों की 44 कंपनियों से जुड़े होने की संभावना है। इसमें अनिल अंबानी रिलायंस समूह, एस्सल समूह, आईएलएफएस, डीएचएफएल, कॉक्स एंड किंग्स और भारती इंफ्रा शामिल हैं। ईडी ने यस बैंक के प्रवर्तक राण कपूर और उनके परिवार पर 4,300 करोड़ रुपये की अपराध की कमाई की मनी लॉन्ड्रिंग करने का आरोप लगाया है। यह राशि उन्हें कथित तौर पर बैंक के जरिये इन कंपनियों को बड़ा कर्ज उपलब्ध कराने के एवज में रिश्वत के तौर पर दी गई। दिया गया कर्ज बाद में एनपीए हो गया। जिससे यस बैंक संकट में घिर गया।