मुंबई। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने नोटबंदी के बाद करीब एक महीने में बिना हिसाब वाले धन से 258 किलो सोना खरीदने को लेकर शहर के एक सर्राफा कारोबारी को गिरफ्तार कर लिया है। केंद्रीय जांच एजेंसी (ED) ने कहा कि उसने मेसर्स पुष्पक बुलियन्स प्राइवेट लि. के चंद्रकांत नरसीदास पटेल को नोटबंदी के बाद कालेधन को सफेद बनाने को लेकर मनी लांड्रिंग निरोधक कानून (PMLA) की धाराओं के तहत गिरफ्तार किया। एजेंसी ने पटेल को मनी लांड्रिंग घोटाला का सरगना बताया।
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प्रवर्तन निदेशालय (ED) के बयान के अनुसार यह पाया गया कि नोटबंदी के बाद कंपनी मेसर्स पीहु गोल्ड और मेसर्स सतनाम ज्वैल्स के खातों में 84.5 करोड़ रुपए जमा किए गए। यह राशि नवंबर-दिसंबर 2016 के बीच 41 दिनों में नकद जमा की गई। उक्त कोष पुष्पक बुलियन्स के खाते में स्थानातंरित किए गए और बाद में उसका उपयोग 258 किलो सोना खरीदने में किया गया।
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ED के अनुसार, कंपनी ने इतना बड़ा लेन-देन किया लेकिन उसके लिए पैसे कहां से लाए, यह पता नहीं चलता। जांच एजेंसी ने PMLA के तहत मामले की जांच कर रही है। ऐसी संभावना है कि पटेल को आज मुंबई की विशेष अदालत में पेश किया जाएगा।
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