नई दिल्ली। नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार ने मंगलवार को कहा कि देश की आर्थिक वृद्धि दर चालू वित्त वर्ष में 10 प्रतिशत या उससे अधिक रहेगी। जबकि अगले वित्त वर्ष 2022-23 में इसके 8 प्रतिशत से अधिक रहने का अनुमान है। एक पुस्तक के विमोचन कार्यक्रम के मौके पर राजीव कुमार ने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार के सात साल के कार्यकाल के दौरान कंपनियों के फलने-फूलने के लिये मजबूत आर्थिक नींव रखी गयी है। कोविड-19 महामारी के कारण दो साल आर्थिक वृद्धि के मोर्चे पर समस्या आयी है। वहीं अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष ने 2021 में 9.5 प्रतिशत वृद्धि का अनुमान जताया है।
राजीव कुमार ने कहा, ‘‘मुद्रा कोष के अनुसार भारत अगले पांच साल में तीव्र वृद्धि हासिल करने वाली बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश होगा। ’’ उन्होंने कहा, ‘‘भारत की वृद्धि दर चालू वित्त वर्ष 2020-21 में 10 प्रतिशत रहेगी। और कोविड-महामारी से निकलने के बाद हमारी वृद्धि दर वित्त वर्ष 2022-23 में 8 प्रतिशत से अधिक रहेगी।’’ उल्लेखनीय है कि भारतीय रिजर्व बैंक ने चालू वित्त वर्ष के लिये आर्थिक वृद्धि दर के अनुमान को 10.5 प्रतिशत से घटाकर 9.5 प्रतिशत कर दिया है। वहीं मुद्रा कोष ने 2021 में वृद्धि दर 9.5 प्रतिशत और अगले साल 8.5 प्रतिशत रहने का अनुमान जताया है। कुमार ने कहा, ‘‘चीजें बदल रही हैं और लोग भारत में निवेश के लिये तैयार हैं।’’
नीति आयोग के उपाध्यक्ष ने कहा कि भारत की मध्यम अवधि में संभावित सतत वृद्धि दर 8 प्रतिशत तक होगी। पिछले महीने आईएमएफ ने महामारी का हवाला देते हुए भारत की मध्यम अवधि में सतत वृद्धि संभावना अनुमान को कम कर 6 प्रतिशत कर दिया था।
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