नई दिल्ली। नीति आयोग का मानना है कि जहां तक नोटबंदी का सवाल है तो भारतीय अर्थव्यवस्था अब इसके प्रभाव से उबर चुकी है और चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में इसमें सुधार दिखाई देगा।
नीति आयोग के उपाध्यक्ष अरविंद पनगढि़या ने आज कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था की कमजोर स्थिति में पिछले तीन साल में सुधार हुआ है और आठ प्रतिशत सतत् आर्थिक वृद्धि की स्थिति को अगले कुछ वर्ष में हासिल कर लिया जाएगा। पनगढि़या का यह बयान ऐसे समय आया है जबकि भारत ने दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था का तमगा चीन से गंवा दिया है। यह भी पढ़े: इंफोसिस ने छंटनी पर तोड़ी चुप्पी, कहा खबरों को बढ़ाचढ़ाकर पेश किया गया इस साल करेंगे 20,000 नियुक्तियां
बीते वित्त वर्ष की चौथी (जनवरी-मार्च) तिमाही में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर घटकर 6.1 प्रतिशत पर आ गई है। जनवरी-मार्च तिमाही में चीन की वृद्धि दर 6.9 प्रतिशत रही है। पनगढि़या ने कहा कि जहां तक नोटबंदी का सवाल है हम काफी हद तक इसके प्रभाव से उबर चुके हैं। 2017-18 की पहली तिमाही में हम इसमें सुधार देखेंगे।
पनगढि़या ने कहा, नरेंद्र मोदी सरकार को विरासत में कमजोर अर्थव्यवस्था मिली थी। चालू साल में हम 7.5 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज करेंगे और मेरा अनुमान है कि मौजूदा सरकार का कार्यकाल पूरा होने तक हम आठ प्रतिशत पर पहुंच जाएंगे। विनिर्माण और सेवा क्षेत्रों के खराब प्रदर्शन से भारत की वृद्धि दर 2016-17 में घटकर तीन साल के निचले स्तर 7.1 प्रतिशत पर आ गई है। 2015-16 में जीडीपी की वृद्धि दर आठ प्रतिशत तथा इससे पिछले साल 7.5 प्रतिशत रही थी।
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