फ्रैंकफर्ट। यूरोप की इकोनॉमी को बूस्ट करने और अल्ट्रा लो महंगाई को रोकने के लिए यूरोपियन सेंट्रल बैंक (ईसीबी) ने गुरुवार को अपनी सभी तीन ब्याज दरों में कटौती के साथ ही अपने संपत्ति खरीद कार्यक्रम को बढ़ाने की घोषणा की है। वित्तीय बाजारों को चौंकाते हुए ईसीबी ने अपनी प्रमुख ब्याज दर 0.05 फीसदी से घटाकर शून्य कर दी है।
इसके अलावा ईसीबी ने अपनी क्वांटीटिव ईजिंग असेट-बाइंग प्रोग्राम को भी 60 अरब यूरो प्रति माह से बढ़ाकर 80 अरब यूरो प्रति माह कर दिया है। ईसीबी ने अपनी जमा दरों को भी -0.3 से घटाकर -0.4 कर दी है। इससे जो बैंक ईसीबी के पास अपना धन रखते हैं उन्हें अब ज्यादा शुल्क देना होगा। इस घोषणा के बाद डॉलर के मुकाबले यूरो एक फीसदी टूट गया है।
कर्ज, उपभोग और महंगाई को बढ़ाने की उम्मीद में ईसीबी ने कॉरपोरेट डेट को खरीदने के साथ ही सस्ते कर्ज के चार नए पैकेज भी पेश किए हैं। पिछले एक साल में ईसीबी ने सरकारी बांड और अन्य संपत्तियों की खरीद पर 700 अरब यूरो खर्च किए हैं। ईसीबी ने अपना मार्जिनल लेंडिंग रेट भी 0.3 फीसदी से घटाकर 0.25 फीसदी कर दिया है। यह वह दर है जिस पर बैंक ईसीबी से लोन लेते हैं। कच्चे तेल की गिरती कीमतों के बीच मुद्रास्फीति हाल के महीनों में और गिर गई है। कमजोर कारोबार और कमजोर औद्योगिक संकेत से साफ पता चलता है कि यूरोप में संकट गहरा रहा है, विशेषकर चीन में गहराती मंदी का असर यहां भी पड़ रहा है।
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