सिंगापुर। भारत इस साल ईज ऑफ डूइंग बिजनेस के मामले में 30 विकासशील देशों के बीच 13 पायदान की उछाल लगा कर दूसरे स्थान पर आ गया है। यह बात ग्लोबल रिटेल डेवलपमेंट इंडेक्स (जीआरडीआई) में कही गई जिसमें चीन पहले पायदान पर है। भारत को यह कामयाबी रिटेल इंवेस्टमेंट्स की वजह से मिली है।
एफडीआई नियमों में हुए बड़े बदलाव
ग्लोबल रिटेल डेवलपमेंट सूचकांक (जीआरडीआई) 2016 के मुताबिक सकल घरेलू उत्पाद की वृद्धि दर में बढ़ोतरी और एफडीआई नियमन के संबंध में स्पष्टता के मद्देनजर विश्व भर में खुदरा निवेश के लिहाज से शीर्ष 30 विकासशील देशों में भारत को दूसरा स्थान दिया गया है। कंज्यूमर इंडस्ट्रीज एंड रिटेल प्रोडक्ट्स प्रैक्टिस (भारत एवं दक्षिण-पूर्व एशिया) के सह-प्रमुख ए टी केर्नी और इसके भागीदार देवाशीष मुखर्जी ने कहा, भारत की मजबूत रैंकिंग से स्पष्ट है कि इसके खुदरा बाजार और इसकी वृद्धि संभावनाओं में आशावाद बढ़ा है।
मल्टीनेशनल्स कंपनियों के रास्ता हुआ साफ
मुखर्जी ने कहा, भारत ने सिंगल ब्रांड रिटेल कारोबार में कई प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) नियमों में ढील दी है और इससे बहुराष्ट्रीय कंपनियों के बाजार में प्रवेश करने का रास्ता साफ हुआ है। लंदन की इस कंसलटेशन कंपनी के मुताबिक भारत के रिटेल सेक्टर की सालाना ग्रोथ दर 2013-2015 के बीच 8.8 फीसदी हो गई और सालाना बिक्री 1,000 अरब डॉलर को पार कर गई। मुखर्जी ने कहा कि देश में ईज ऑफ डूइंग बिजनेस को लेकर काफी कम हुए हैं जिसका असर देखने को मिल रहा है।
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