नई दिल्ली। एक रिपोर्ट में कहा गया है कि ई-कॉमर्स क्षेत्र न केवल कोविड-19 संबंधी लॉकडाउन के प्रभाव से तेजी से उबरकर बाहर निकला है, बल्कि इस क्षेत्र में ऑर्डर की मात्रा में भी 17 प्रतिशत की जोरदार वृद्धि दर्ज की गई है। ई-कॉमर्स समाधान प्लेटफार्म यूनिकॉमर्स द्वारा तैयार इस रिपोर्ट में कहा गया है कि इस दौरान उपभोक्ताओं की खरीदारी के तौर-तरीके और प्राथमिकताओं में भी उल्लेखनीय बदलाव आया है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि ई-कॉमर्स क्षेत्र न केवल सुस्ती से बाहर निकला है बल्कि लॉकडाउन से पहले के मुकाबले उसके ऑर्डर में 17 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। उपभोक्ता के खरीदारी के तौर तरीकों और पसंद में उल्लेखनीय रूप से बदलाव आया है। स्वास्थ्य और औषधि तथा रोजमर्रा के त्वरित उपभोग के सामान (एफएमसीजी) और कृषि क्षेत्र में तेजी आई है और तीव्र वृद्धि दर्ज की गई है।
पहली बार ऑनलाइन खरीदारी करने वालों की संख्या बढ़ने से यह स्थिति बनी है। विभिन्न श्रेणियों में ब्रांड अब डिजिटलीकरण की तरफ बढ़ रहे हैं। इससे उपभोक्ताओं को खरीदारी के नित नए अनुभव मिल रहे हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि कोविड-19 के बाद जब ई-कॉमर्स ने कामकाज शुरू किया, उत्पादों की वापसी की दर 10 से 30 प्रतिशत तक कम हो गई।
वापसी की यह दर उत्पाद की श्रेणी के अनुरूप कम हुई। वापसी दर में आई इस कमी को नए सुरक्षा नियमों से जोड़कर देखा जा सकता है। इसके साथ ही आवश्यक वस्तुओं की बढ़ती मांग भी इसमें शामिल है, जो कि आम तौर पर वापस नहीं लिए जाते हैं। यूनिकॉमर्स के सीईओ कपिल मखीजा ने कहा कि दुनिया इस समय कोविड-19 के प्रभाव से जूझ रही है। भारत में ई-कॉमर्स उद्योग को इस दौरान वर्ष की शुरुआत से ही काफी बढ़ावा मिल रहा है।
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