Indian Railways: ट्रेन के तत्काल टिकट का 'धंधा' रुकेगा, वेंडर सिस्टम होगा खत्म
ट्रेनों में तत्काल टिकट के खेल पर ब्रेक लगाने के लिए अब रेल मंत्रालय बड़ा कदम उठाने जा रहा है। जल्द ही एजेंट और वेंडर सिस्टम खत्म होगा।
नई दिल्ली। ट्रेनों में तत्काल टिकट के खेल पर ब्रेक लगाने के लिए अब रेल मंत्रालय बड़ा कदम उठाने जा रहा है। जल्द ही एजेंट और वेंडर सिस्टम खत्म होगा। लोग या तो रेलवे स्टेशन पर जाकर टिकट बुक करा सकेंगे या फिर खुद मोबाइल ऐप या निजी कंप्यूटर से ऑनलाइन खरीद सकेंगे। टिकटों की कालाबाजारी की लगातार मिल रहीं शिकायतों के कारण रेलवे यह व्यवस्था करने जा रहा है। रेल मंत्री पीयूष गोयल ने शुक्रवार को संसद को यह जानकारी दी।
गोयल ने लोकसभा में रेल मंत्रालय की अनुदान मांगों पर चर्चा करते हुए कहा कि टिकट का अवैध सॉफ्टवेयर बेचने वाले 104 लोगों और 5,300 दलालों को अब तक गिरफ्तार किया गया है, जिसमें 884 वेंडरों को काली सूची में डाला जा चुका है। बता दें कि, तत्काल टिकट बुक करने के लिए अवैध तरीकों का इस्तेमाल करने वालों पर अंकुश लगाने के लिए Indian Railway Catering and Tourism Corporation (IRCTC) ने कई तरह के कदम उठाए हैं। अगर आप ट्रेन से सफर करते हैं तो आपके लिए टिकट बुकिंग से जुड़े नियमों को जानना जरूरी है।
दरअसल, रेल मंत्रालय को मंत्रियों और सांसदों से टिकटों की ब्लैक मार्केटिंग की तमाम शिकायतें मिल रहीं थीं। कई बार जांच के दौरान पता चला कि कुछ सॉफ्टवेयर के जरिए दलाल पहले से ही टिकट बुक कराकर बाद में महंगे रेट पर बेचते हैं, जिससे आम यात्री परेशान होते हैं। आरपीएफ की हालिया कार्रवाई में ऐसे तीन सौ से अधिक दलाल गिरफ्तार हुए थे, जो टिकट के काले धंधे में शामिल थे।
रेल मंत्री ने कहा, "टिकट को लेकर मिल रहीं शिकायतों पर हमने फैसला लिया कि टिकिटिंग सिस्टम को बदला जाए। इसके तहत रेलवे के एजेंट और वेंडर टिकट बुक नहीं कर सकेंगे। यात्री मोबाइल फोन से लेकर रेल स्टेशनों के काउंटर से ही टिकट बुक करा सकेंगे।"
IRCTC ने टिकट बुकिंग से जुड़े ये नियम तय किए हैं
- कोई भी व्यक्ति एक माह में अपने आइआरसीटीसी अकाउंट से अधिकतम 6 रेल टिकट बुक कर सकता है। हालांकि, अगर आप अपने आइआरसीटीसी अकाउंट को आधार से लिंक कराते हैं तो एक महीने में 12 रेल टिकट बुक करा सकते हैं।
- सुबह आठ बजे से लेकर 12 बजे तक एक बार लॉग-इन करने पर आप एक टिकट ही बुक कर सकते हैं। इसका मतलब है कि दूसरा टिकट बुक करने के लिए आपको फिर से लॉग-इन करना होगा। हालांकि, रिटर्न जर्नी की बुकिंग पर ये नियम लागू नहीं होता है।
- कोई भी यूजर सुबह 10-12 बजे के बीच दो से अधिक तत्काल टिकट बुक नहीं कर सकता है। इसके साथ ही तत्काल टिकट बुकिंग के लिए रैंडम सिक्योरिटी क्वेशन भी पूछे जाते हैं।
- रिटेल सर्विस प्रोवाइडर यानी कि एजेंट एक दिन में एक से अधिक तत्काल टिकट बुक नहीं कर सकता है।
- एक मोबाइल नंबर और एक ईमेल आईडी से एक से अधिक आइआरसीटीसी अकाउंट नहीं बन सकता है।
- IRCTC के अधिकृत एजेंट एडवांस रिजर्वेशन पीरिएड एवं तत्काल बुकिंग के पहले 15 मिनट में टिकट बुक नहीं कर सकते हैं।
- PRABAL एप के इस्तेमाल के जरिए आइआरसीटीसी आइडी को वेरिफाई किया जा सकता है। अवैध ई-टिकटिंग का पता लगाने के लिए इस सेवा की शुरुआत की गई है।
- टिकट संबंधी किसी भी तरह की परेशानी होने पर 1800 110 139 पर कॉल कर सकते हैं।
- इसके अलावा ग्राहक रेलवे की ‘रेल मदद’ एप के जरिए भी अपनी शिकायत दर्ज करवा सकते हैं। इस एप में यात्रियों को तीन कॉलम दिखेंगे जिसमें ट्रेन से जुड़ी शिकायत, स्टेशन से जुड़ी शिकायत और फीडबैक ट्रैक शामिल है। शिकायत की प्रकृति के आधार पर इनमें यात्री इनमें से किसी एक विकल्प को चुन सकते हैं।
- वहीं यात्री रेलवे की एक अन्य वेबसाइट railways.delhipolice.gov.in और इसके साथ ही ‘सहयात्री’ (Sahyatri) नाम के मोबाइल एप के जरिए सफर के दौरान ही एफआईआर भी दर्ज करवा सकते हैं।