Q2 Results: डीएलएफ का मुनाफा 91 प्रतिशत गिरा, शोभा का लाभ बढ़कर हुआ 50 करोड़ रुपए
डीएलएफ का चालू वित्त वर्ष की सितंबर तिमाही में शुद्ध लाभ 91 प्रतिशत गिरकर 17.88 करोड़ रुपए रहा। पिछले साल इसी तिमाही में कंपनी का लाभ 198.53 करोड़ रुपए था।
नई दिल्ली। देश की सबसे बड़ी रियल्टी फर्म डीएलएफ का चालू वित्त वर्ष की सितंबर तिमाही में शुद्ध लाभ 91 प्रतिशत गिरकर 17.88 करोड़ रुपए रहा। पिछले साल इसी तिमाही में कंपनी का लाभ 198.53 करोड़ रुपए था। कंपनी ने बंबई शेयर बाजार को दी जानकारी में कहा कि इस वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में उसकी कुल आय 21 प्रतिशत गिरकर 1,751.34 रुपए रही, जबकि इसके मुकाबले पिछले वर्ष इसी तिमाही में आय 2,225.66 करोड़ रुपए रही थी।
समीक्षाधीन अवधि के दौरान इस होल्डिंग कंपनी के स्वामित्व रखने वालों की आय तेजी से गिरकर 200.02 करोड़ से 19.47 करोड़ पर आ गई। चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में डीएलएफ का शुद्ध लाभ पिछले साल 460.23 करोड़ रुपए से गिरकर 128.11 करोड़ रुपए रहा। अप्रैल-सितंबर के दौरान कंपनी की कुल आय गिरकर 3,962.58 करोड़ रुपए पर आ गई, जबकि पिछले साल इसी अवधि में आय 4,251.24 करोड़ रही थी।
शोभा का शुद्ध लाभ 50.2 करोड़
चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में उच्च बिक्री के कारण रियल्टी फर्म शोभा लिमिटेड का एकीकृत शुद्ध लाभ 30 प्रतिशत बढ़कर 50.2 करोड़ रुपए हो गया। पिछले साल जुलाई-सितंबर तिमाही में कंपनी का शुद्ध लाभ 38.6 करोड़ रुपए रहा था। कंपनी ने बयान में कहा कि सितंबर तिमाही में कुल आय 19 प्रतिशत बढ़कर 657.8 करोड़ रुपए हो गई, पिछले साल इसी अवधि में आय 552.2 करोड़ रुपए थी।
शोभा लिमिटेड के उपाध्यक्ष और प्रबंध निदेशक जे सी शर्मा ने कहा कि जहां तक वित्तीय प्रदर्शन का संबंध है, कंपनी ने पिछले साल की इसी तिमाही की तुलना में सभी प्रमुख वित्तीय मापदंडों पर अच्छा प्रदर्शन किया। वित्त वर्ष 2018 की दूसरी तिमाही में कंपनी ने कुल 8,61,084 वर्ग फुट की बिक्री से 675.1 करोड़ रुपए हासिल किए हैं, जिसमें शोभा लिमिडेट का हिस्सा 592.7 करोड़ रुपए है। पिछली तिमाही की तुलना में इस तिमाही में बिक्री और कुल बिक्री का मूल्य क्रमश: 5.6 प्रतिशत और 8.3 प्रतिशत अधिक है।
देना बैंक का घाटा बढ़कर हुआ 185 करोड़
सार्वजनिक क्षेत्र के देना बैंक का चालू वित्त वर्ष की सितंबर में समाप्त दूसरी तिमाही का शुद्ध घाटा बढ़कर 185.02 करोड़ रुपए पर पहुंच गया। इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में बैंक को 44.32 करोड़ रुपए का शुद्ध घाटा हुआ था। बैंक ने शेयर बाजारों को भेजी सूचना में कहा है कि दिवाला प्रक्रिया प्रावधान के नियमों के तहत बैंक को 278.82 करोड़ रुपए का अतिरिक्त प्रावधान करना पड़ा है।
यह प्रावधान दूसरी तिमाही से शुरू होकर तीन तिमाहियों तैक फैला होगा। इस वजह से दूसरी तिमाही में 92.94 करोड़ रुपए का अतिरिक्त प्रावधान किया गया है। सितंबर तिमाही के अंत तक बैंक की सकल गैर निष्पादित आस्तियां कुल ऋण का बढ़कर 17.23 प्रतिशत हो गईं। सितंबर, 2016 के अंत तक यह 13.79 प्रतिशत थीं। इसी तरह बैंक का शुद्ध एनपीए 8.93 प्रतिशत से बढ़कर 10.61 प्रतिशत पर पहुंच गया। तिमाही के दौरान देना बैंक की कुल आय घटकर 2,608.83 करोड़ रुपए पर आ गई, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 2,914.13 करोड़ रुपए थी।