चालू वित्त वर्ष के साढ़े 9 महीनों में 18.7% बढ़ा डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन, सरकार को मिले 6.89 लाख करोड़ रुपए
चालू वित्त वर्ष के पहले साढ़े नौ महीने में सरकार का डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन 18.7 प्रतिशत बढ़ा है, जो राहत देने वाली बात है।
नई दिल्ली। इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू का भारत दौरा मोदी सरकार के लिए लकी साबित हो रहा है। बुधवार को मोदी सरकार के लिए आर्थिक मोर्चे पर तीन अच्छी खबरें आईं। पहली शेयर बाजार ने पहली बार 35,000 का आंकड़ा पार किया, दूसरी सरकार ने अतिरिक्त कर्ज लेने की सीमा को 50 हजार करोड़ से घटाकर 20 हजार करोड़ कर दिया है और तीसरी देश के डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन में उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की गई है।
नोटबंदी और जीएसटी से घरेलू अर्थव्यवस्था में सुस्ती जैसी चिंता के बाद भी आज मोदी सरकार के लिए एक और अच्छी खबर आई है। शेयर बाजार के पहली बार 35,000 के पार जाने की खबर सुनने के बाद अब डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन में उछाल आने की खबर आई है। चालू वित्त वर्ष के पहले साढ़े नौ महीने में सरकार का डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन 18.7 प्रतिशत बढ़ा है, जो राहत देने वाली बात है। एक अप्रैल 2017 से 15 जनवरी 2018 के बीच सरकार ने डायरेक्ट टैक्स के रूप में कुल 6.89 लाख करोड़ रुपए का राजस्व हासिल किया है।
केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) द्वारा जारी ताजा आंकड़ों के मुताबिक15 जनवरी 2018 तक हुए डायरेक्ट टैक्स संग्रह से पूरे वर्ष के लक्ष्य 9.8 लाख करोड़ रुपए के मुकाबले 70 प्रतिशत से अधिक प्राप्ति हो चुकी है। 1 अप्रैल 2017 से 15 जनवरी 2018 तक डायरेक्ट टैक्स संग्रह के अस्थायी आंकड़ों में शुद्ध टैक्स वसूली 6.89 लाख करोड़ रुपए रही है। यह राशि एक साल पहले इसी अवधि में प्राप्त डायरेक्ट टैक्स के मुकाबले 18.7 प्रतिशत अधिक है।
सीबीडीटी के अनुसार एक अप्रैल 2017 से 15 जनवरी 2018 की अवधि में सकल डायरेक्ट टैक्स संग्रह (टैक्स रिफंड से पहले) 13.5 प्रतिशत बढ़कर 8.11 लाख करोड़ रुपए हो गया। इस दौरान करदाताओं को 1.22 लाख करोड़ रुपए का रिफंड दिया गया। सीबीडीटी ने कहा चालू वित्त वर्ष के दौरान डायरेक्ट टैक्स वसूली में निरंतर सुधार दिखाई दिया है।
वित्त वर्ष की पहली तिमाही में टैक्स वसूली 10 प्रतिशत, उसके बाद दूसरी तिमाही में 10.3 प्रतिशत और तीसरी तिमाही में 12.6 प्रतिशत बढ़ी है। 15 जनवरी, 2018 को इसमें 13.5 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई। कॉरपोरेट कर संग्रह में इस दौरान पहली तिमाही में 4.8 प्रतिशत, तीसरी तिमाही में 10.1 प्रतिशत और 15 जनवरी 2018 को इसमें 11.4 प्रतिशत की वृद्धि रही। इस दौरान निवल कॉरपोरेट कर संग्रह जहां दूसरी तिमाही में 10.8 प्रतिशत बढ़ा है वहीं तीसरी तिमाही में इसमें 17.4 प्रतिशत वृद्धि दर्ज की गई और 15 जनवरी 2018 को इसमें 18.2 प्रतिशत की शुद्ध वृद्धि रही।