नई दिल्ली। नोटबंदी लागू होने के बाद देश में डिजिटल ट्रांजेक्शन को बढ़ावा देने के लिए जो प्रयास हुए हैं उनकी वजह से 6 महीने में डिजिटल ट्रांजेक्शन में करीब 23 फीसदी का इजाफा हुआ है। नोटबंदी और डिजिटल इकोनॉमी पर बनी संसदीय कमेटी के सामने एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने यह जानकारी दी है। संसदीय कमेटी के सामने अलग-अलग सरकारी विभागों के कई अधिकारी पेश हुए हैं।
सरकारी अधिकारी की तरफ से संसदीय कमेटी को दी गई प्रेजेंटेशन में बताया कि नवंबर 2016 के दौरान देश में कुल 2.24 करोड़ डिजिटल ट्रांजेक्शन हुए थे जो मई 2017 में बढ़कर 2.75 करोड़ तक पहुंच गए हैं।
डिजिटल ट्रांजेक्शन में सबसे ज्यादा इजाफा युनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (UPI) के जरिए लेनदेन में दर्ज किया गया है। 6 महीने में UPI के जरिए डिजिटल लेन-देन करीब 30 गुना बढ़ा है, नवंबर 2016 में UPI के जरिए रोजाना सिर्फ 10 लाख ट्रांजेक्शन हो रहे थे जो मई 2017 में बढ़कर 3 करोड़ तक पहुंच गए हैं।
इस दौरान इमिडिएट पेमेंट सिस्टम (IMPS) के जरिए हुए लेन-देन में भी करीब दोगुना बढ़ोतरी हुई है, नवंबर 2016 में IMPS के जरिए 12 लाख ट्रांजेक्शन होते थे जो मई में बढ़कर 22 लाख तक पहुंच गए हैं।
हालांकि इस दौरान क्रेडिट और डेबिट कार्ड से हुए लेन-देन में ज्यादा बढ़ोतरी नहीं हुई है, 6 महीने यानि नवंबर 2016 से मई 2017 के दौरान कार्ड के जरिए लेन-देन सिर्फ 7 फीसदी ही बढ़ पाया है। नवंबर 2016 में कार्ड के जरिए करीब 68 लाख ट्रांजेक्शन दर्ज किए गए थे जो मई में बढ़कर सिर्फ 73 लाख तक पहुंच पाए हैं।
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