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अक्टूबर में डीजल बिक्री कोविड-पूर्व के स्तर के पार, औद्योगिक गतिविधियों में तेजी का असर

अक्टूबर में एटीएफ की बिक्री 4,34,600 टन रहीं, जो महामारी-पूर्व के 2019 के स्तर से 34 प्रतिशत कम है। वहीं इसी माह के दौरान रसोई गैस की बिक्री भी छह प्रतिशत बढ़ गयी है।

<p>अक्टूबर में डीजल...- India TV Paisa Image Source : PTI अक्टूबर में डीजल बिक्री कोविड-पूर्व के स्तर के पार

नई दिल्ली। अक्टूबर में भारत में डीजल की बिक्री कोविड-पूर्व के स्तर को पार कर गई है। महामारी शुरू होने के बाद से ऐसा केवल दूसरी बार हुआ है। इसकी वजह त्योहारी सीजन से पहले औद्योगिक गतिविधियों के तेज होने के साथ ईंधन की मांग बढ़ना है। प्रारंभिक बिक्री के आंकड़ों के अनुसार, अक्टूबर में सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों की डीजल बिक्री 58.6 लाख टन थी, जो 2019 में इसी महीने की तुलना में 1.3 प्रतिशत अधिक थी। इससे पहले अक्टूबर, 2020 में भी डीजल की बिक्री महामारी से पहले के स्तर पर पहुंच गयी थी। हालांकि, अक्टूबर 2021 की बिक्री पिछले साल के इसी महीने के मुकाबले 5.08 प्रतिशत कम है। 

भारत में पेट्रोलियम उत्पादों की कुल खपत में डीजल की हिस्सेदारी 40 प्रतिशत है। आंकड़ों के अनुसार, पेट्रोल की बिक्री अक्टूबर, 2021 में एक साल पहले की तुलना में करीब चार प्रतिशत वृद्धि के साथ 24.8 लाख टन रही। पेट्रोल की खपत इस साल की शुरुआत में महामारी से पहले के स्तर पर पहुंच गयी थी। कोविड-19 संक्रमण की दूसरी लहर की शुरुआत से पहले मार्च में ईंधन की मांग लगभग सामान्य स्तर पर पहुंच गयी थी। हालांकि, विमान ईंधन एटीएफ की मांग में गिरावट जारी है। अक्टूबर में एटीएफ की बिक्री 4,34,600 टन रहीं, जो महामारी-पूर्व के 2019 के स्तर से 34 प्रतिशत कम है। अक्टूबर में रसोई गैस एलपीजी की बिक्री भी छह प्रतिशत बढ़कर 25 लाख टन हो गयी। 

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