नई दिल्ली। दिल्ली-एनसीआर में पुराने डीजल वाहनों के पंजीकरण पर रोक और मोटरवाहन बेड़े के प्रस्तावित नवीनीकरण कार्यक्रम से दो साल में नए यात्री वाहनों की बिक्री में तीन फीसदी की अतिरिक्त बढ़ोत्तरी होने की उम्मीद है। रेटिंग एजेंसी इक्रा के अनुसार इस कार्यक्रम से दुपहिया वाहन श्रेणी की बिक्री में में भी तीन फीसदी की अतिरिक्त वृद्धि जबकि वाणिज्यिक वाहन श्रेणी में छह से सात फीसदी की अतिरिक्त बिक्री होने की संभावना है।
इक्रा के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सुब्रत रे ने कहा कि वाहनों को सड़कों सें हटाने के कार्यक्रम का प्रभाव सीमित ही होगा क्योंकि इसमें प्रोत्साहन का स्तर कम (8 से 12 फीसदी) ही है। उनके अनुसार 11 साल से अधिक पुराने बहुत से डीजल वाहनों की पुराने वाहनों के बाजार में कीमत उनके मूल भाव के 8 से 15 फीसदी के बीच है।
सुब्रत रे ने कहा कि हाल ही में दिल्ली-एनसीआर, केरल और चंडीगढ़ जैसे क्षेत्रों में डीजल वाहनों के पंजीकरण पर रोक को देखते हुए इस योजना का सबसे ज्यादा फायदा पुराने डीजल वाहनों के मालिकों को होगा। इससे पुराने डीजल वाहनों की बाजार कीमत कम हो जाएगी। एजेंसी का कहना है कि यह योजना पुराने टैक्सी और ट्रक मालिकों के लिए आकर्षक हो सकती है। गौरतलब है कि पिछले महीने राष्ट्रीय हरित अधिकरण ने दिल्ली-एनसीआर में 10 साल पुराने सभी डीजल वाहन और 15 साल पुराने पेट्रोल वाहनों को अपंजीकृत करने का आदेश दिया था।
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