DHFL का शुद्ध लाभ 31% बढ़ा, SBI लाइफ को हुआ 336 करोड़ रुपए का मुनाफा
DHFL ने मार्च में समाप्त हुई 2016-17 की चौथी तिमाही में ऋण वितरण कारोबार में अच्छे प्रदर्शन के साथ 248 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ अर्जित किया है।
नई दिल्ली। दीवान हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड (DHFL) ने मार्च में समाप्त हुई 2016-17 की चौथी तिमाही में ऋण वितरण कारोबार में अच्छे प्रदर्शन के साथ 248 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ अर्जित किया है। यह पिछले साल इसी तिमाही से 31 फीसदी अधिक है।
आवास ऋण देने वाली कंपनी ने 2015-16 की इसी अवधि मे 190 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ अर्जित किया था। कंपनी ने एक बयान में कहा कि 2016-17 की चौथी तिमाही में संचालन से उसकी कुल आय 2,378 करोड़ रुपए रही, जबकि सालभर पहले इसी तिमाही यह 1,960 करोड़ रुपए थी। उसने बताया कि उसने आलोच्य तिमाही के अंत में 72,096 करोड़ रुपए के ऋण दे रखे थे।
अजंता फार्मा का तिमाही लाभ 4.64 फीसदी बढ़ा
दवा कंपनी अजंताफार्मा ने 31 मार्च को समाप्त हुई 2016-17 की चौथी तिमाही में 4.64 फीसदी वृद्धि के साथ 114.02 करोड़ रुपए का समेकित शुद्ध लाभ अर्जित किया। कंपनी ने पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में 108.96 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ अर्जित किया था।
वर्ष 2016-17 की चौथी तिमाही में कंपनी की समेकित कुल आय 479.20 करोड़ रुपए रही, जबकि सालभर पहले इस अवधि में कंपनी की कुल आय 435.65 करोड़ रुपए थी। अजंता फार्मा के प्रबंध निदेशक योगेश अग्रवाल ने कहा, भारतीय दवा बाजार पर नोटबंदी के असर के बावजूद हमारी इंडिया ब्रांडेड जेनरिक बिक्री में मजबूत वृद्धि हुई। रुपए की मजबूती से इस तिमाही में निर्यात बिक्री एवं मुनाफा बढ़ा।
एसबीआई लाइफ का शुद्ध मुनाफा 336 करोड़ रुपए
एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस का वित्त वर्ष 2016-17 की चौथी तिमाही में शुद्ध लाभ 31 प्रतिशत बढ़कर 336 करोड़ रुपए रहा है, जो इससे पिछले वित्त वर्ष 2015-16 की इसी तिमाही में 256 करोड़ रुपए था। कंपनी ने एक विज्ञप्ति में कहा कि समीक्षावधि में उसके नई पॉलिसियों से मिले प्रीमियम में 40 प्रतिशत वृद्धि आई है और यह 2,213 करोड़ रुपए रहा है। इससे पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में यह 1,586 करोड़ रुपए था।
पूरे वित्त वर्ष 2016-17 में कंपनी का सकल कुल प्रीमियम 21,015 करोड़ रुपए रहा है, जो वित्त वर्ष 2015-16 में 7,106 करोड़ रुपए था। आलोच्य अवधि में कंपनी का किस्तों से मिलने वाला प्रीमियम 10,871 करोड़ रुपए रहा है, जो इससे पिछले वित्त वर्ष में 8,719 करोड़ रुपए था।