नयी दिल्ली। डाक विभाग ने मंगलवार को डाक जीवन बीमा पॉलिसी -ईपीएलआई बांड का डिजिटल संस्करण जारी किया। अब अंशधारकों की पहुंच डिजिलॉकर के जरिये इस पॉलिसी तक होगी। डॉक विभाग ने कहा कि डाक जीवन बीमा और ग्रामीण डाक जीवन बीमा (आरपीएलआई) पॉलिसी बांड अब ‘इलेक्ट्रॉनिक रूप’ में उपलब्ध होंगे। सभी लेनदेन के लिए इसकी डिजिटल प्रति को वैध दस्तावेज माना जाएगा।
डाक विभाग के सचिव विनीत पांडेय ने ईपीएलआई बांड की शुरुआत करते हुए कहा कि यह विभाग का डिजिलॉकर के साथ पहला एकीकरण है। ईपीएलआई बांड डिजिलॉकर के साथ सहयोग में उपलब्ध होगा। इसका विकास इलेक्ट्रॉनिक्स एवं आईटी (मेइटी) मंत्रालय के तहत राष्ट्रीय ई-संचालन प्रभाग ने किया है।
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने मंगलवार को सेंट्रम फाइनेंशियल सर्विसेज और भारतपे के गठजोड़ को एक लघु वित्त बैंक स्थापित करने के लिए सैद्धांतिक मंजूरी देने के चार महीने बाद लाइसेंस दिया। इस गठजोड़ ने संकटग्रस्त पंजाब एवं महाराष्ट्र सहकारी (पीएमसी) बैंक को संभालने में दिलचस्पी दिखाई है। रिजर्व बैंक ने इस गठजोड़ द्वारा पीएमसी बैंक के अधिग्रहण में दिलचस्पी दिखाने के बाद जून में उसे एसएफबी लाइसेंस देने के लिए सैद्धांतिक मंजूरी दी थी। सेंट्रम और भारतपे ने एक संयुक्त बयान में कहा कि आरबीआई की अंतिम मंजूरी आज दिन में उन्हें मिली। केंद्रीय बैंक ने छह वर्षों में पहली बार बैंकिंग लाइसेंस दिया है। भारतपे ने इससे पहले दिन में कहा कि एसबीआई के पूर्व कार्यकारी रजनीश कुमार अध्यक्ष के रूप में उसके बोर्ड में शामिल हो रहे हैं और वह एसएफबी बनाने के लिए उसके संरक्षक की भूमिका निभाएंगे।