चीनी सामान के बहिष्कार का दिखा असर, बिक्री में आई 45 फीसदी की गिरावट: रिपोर्ट
कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स ने 20 शहरों के बाजारों से जुटाए डेटा के आधार पर अब तक चाइनीज सामान की बिक्री दिवाली के सीजन पर 45% गिरने का अनुमान है
नई दिल्ली। इस साल देश में दिवाली सीजन पर बाजार में चीन के सामानों की मांग घट गई है। कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने 20 शहरों के बाजारों से जुटाए डेटा के आधार पर अब तक चीनी माल की बिक्री में 45 फीसदी की गिरावट का अनुमान जताया है। हालांकि दिल्ली के थोक और रिटेल बाजारों से रुझान मिल रहा है कि जैसे-जैसे त्योहार करीब आ रहा है, सस्ती चीजों की मांग बढ़ रही है।
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रिपोर्ट में हुआ खुलासा
- मंगलवार को कैट ने अपनी सर्वे रिपोर्ट के हवाले से दावा किया कि चीन से सामान मंगा चुके ट्रेडर्स को काफी नुकसान झेलना पड़ा है
- अब तक करीब आधा माल गोदामों में ही पड़ा है।
- हालांकि रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि असली तस्वीर अगले दो-तीन दिनों का शॉपिंग ट्रेंड देखने के बाद ही सामने आएगी।
कैट के सेक्रटरी जनरल प्रवीण खंडेलवाल के मुताबिक राज्य इकाइयों से हमें जो आंकड़े मिल रहे हैं, उनसे पता चलता है कि पिछले दिनों पाकिस्तान के साथ तनाव और यूएन में चीन के भारत विरोधी रुख के बाद लोगों में चीन के प्रति नाराजगी बढ़ी है।
तस्वीरों में देखिए चाइनीज Lights
Diwali lights
45 फीसदी घटी बिक्री
देश के नागरिक चीन को सबक सिखाने का एक जरिया उसके सामान के बहिष्कार में भी देख रहे हैं। हालांकि इससे माल मंगा चुके ट्रेडर्स को नुकसान हुआ है। 20 राज्यों से प्राप्त डेटा के आधार पर हमने अनुमान लगाया है कि पिछले साल के मुकाबले चीनी सामान की बिक्री 45 फीसदी घटी है।
होलसेल हब भगीरथ पैलेस में दिल्ली इलेक्ट्रिकल ट्रेडर्स असोसिएशन के पूर्व प्रेजिडेंट बी के जिंदल ने कहा, एंटी-चाइना माहौल बना तो है, लेकिन सेल्स घटने के पीछ और वजहें भी हैं।
चीन की मोमबत्तियों की बिक्री भी 30 फीसदी घटी
- मोमबत्तियों के अग्रणी ब्रैंड प्रकाश कैंडल्स के प्रमुख पल्लव गुप्ता ने बताया, पिछले साल के मुकाबले मोमबत्तियों की बिक्री 30 फीसदी घटी है।
- ऐसा तब है, जब पैराफिन वैक्स की कीमत घटी है और मोबबत्ती के दाम में कोई इजाफा नहीं हुआ है।
- उन्होने बताया कि एंटी-चीन कैंपेन के चलते कैंडल्स की बिक्री बढ़ने की उम्मीद थी, लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ।