नई दिल्ली। दिल्ली-NCR में मौजूदा वर्ष की पहली छमाही में शुद्ध रूप से ऑफिस के लिए 24 लाख वर्ग फुट जगह ली गई जो 39 फीसदी बढ़ोतरी को बताता है। कुछ बड़े आकार के लीज सौदों के कारण कार्यालय के लिए जगह की खपत बढ़ी है। संपत्ति के बारे में परामर्श देने वाली कुशमैन एंड वेकफील्ड ने यह बात कही। वर्ष 2015 में जनवरी-जून के दौरान शुद्ध रूप से पट्टे पर कार्यालय के लिए 17 लाख वर्ग फुट जगह ली गई थी।
कुशमैन एंड वेकफील्ड ने अपनी रिपोर्ट में कहा, दिल्ली-राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में 2016 की पहली छमाही में कार्यालय के लिए 24 लाख वर्ग फुट जगह ली गई जो पिछले साल की इसी अवधि के मुकाबले 39 फीसदी अधिक है।
रिपोर्ट के अनुसार कुछ बड़े आकार के पट्टे सौदों के कारण कार्यालय के लिए जगह की खपत बढ़ी है। सी एंड डब्ल्यू इंडिया के प्रबंध निदेशक अंशुल जैन ने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में नोएडा में कार्यालय के लिए जगह की मांग में वृद्धि का कारण कीमत का कम होना है। वहीं गुड़गांव में कार्यालय के लिए जगह की खपत स्थिर बनी रही। उन्होंने कहा कि हैदराबाद और पुणे के मुकाबले नोएडा में मजबूत बुनियादी ढांचा तथा कीमत प्रतिस्पर्धी है। रिपोर्ट के मुताबिक 2016 के पहले छह महीनों में आठ प्रमुख शहरों राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली, मुंबई, पुणे, कोलकाता, अहमदाबाद, बेंगलुरू, चेन्नई तथा हैदराबाद में कार्यालय के लिए जगह की खपत 18 फीसदी घटकर 1.45 करोड़ वर्ग फुट रही।
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