नई दिल्ली। लॉकडाउन की वजह से दिल्ली मेट्रो को पिछले 4 महीने के दौरान आय में 1000 करोड़ रुपये का नुकसान हो चुका है। सूत्रों के मुताबिक दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन को ऑपरेशन बंद रखने की वजह से हर दिन 10 करोड़ रुपये का घाटा हो रहा है। जो कि अब तक बढ़कर 1000 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है। कोरोना वायरस के बढ़ने के साथ ही देश 25 मार्च से लॉकडाउन में है। फिलहाल कारोबारी गतिविधियों में कुछ छूट दी गई हैं, लेकिन मेट्रो की सेवाएं पूरी तरह से बंद हैं।
डीएमआरसी दिल्ली एनसीआर की 8 लाइन पर 300 ट्रेन का परिचालन करता है, सामान्य दिनों में इन रुट्स के जरिए हर दिन करीब 18 लाख यात्री सफर करते थे। हालांकि पिछले 4 महीने से मेट्रो से एक भी यात्री ने सफर नहीं किया है। डीएमआरसी के मुताबिक मेट्रो स्टेशन और मेट्रो परिसर में कई व्यवसायिक प्रतिष्ठानों और दुकानों को भी किराए पर जगह दी गई है। लॉकडाउन की वजह से इनके कारोबार पर भी बुरा असर देखने को मिल रहा है। ये प्रतिष्ठान भी डीएमआरसी से छूट की मांग कर रहे हैं। मेट्रो के मुताबिक इन सभी को छूट या राहत देने के लिए सरकारी नियमों और गाइडलाइन में विकल्प तलाशे जा रहे हैं।
देश में पहली अगस्त से अनलॉक 3 की शुरुआत की जा रही है, लेकिन अभी तक मेट्रो के परिचालन को लेकर कोई तस्वीर साफ नहीं है। हालांकि दिल्ली में मरीजों की संख्या में अब नियंत्रण देखने को मिल रहा है। डीएमआसी पहले ही साफ कर चुकी है कि उसके पास कोरोना महामारी के दौरान सुरक्षित मेट्रो परिचालन के लिए पूरी तैयारी है और वो सरकारी आदेशों पर गाइडलाइन के मुताबिक मेट्रो का परिचालन शुरू कर सकती है। डीएमआरसी के मुताबिक हालांकि मेट्रो को लेकर अंतिम निर्णय सरकार को लेना है लेकिन वो सरकार के आदेश पर 2 से 3 दिन के अंदर मेट्रो सेवा शुरू कर सकते हैं।
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