नई दिल्ली। दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण को रोकने के लिए ऑड-ईवन के बाद केजरीवाल सरकार ने नया फॉर्मूला लागू किया है। इसके तहत दिल्ली में 1 अप्रैल से बीएस-3 वाले टू-व्हीलर मॉडल्स का रजिस्ट्रेशन नहीं होगा। सरकार के इस फैसले से दिल्ली वाले बजाज वी15, सुजुकी एक्सेस और हयाते के अलावा रॉयल एनफील्ड की हिमालयन को नहीं खरीद सकेंगे। वहीं टू-व्हीलर कंपनियों के बिक्री पर संकट मंडराने लगा है। इससे पहले दिसबंर में सुप्रीम कोर्ट ने 2000 सीसी से अधिक इंजन वाले डीजल गाड़ियों के रजिस्ट्रेशन पर रोक लगाया था।
1 अप्रैल से बीएस-4 वाले टू-व्हीलर का ही होगा रजिस्ट्रेशन
भारत में टू-व्हीलर के लिए बीएस-3 और पैसेंजर व्हीकल के लिए बीएस-3 और बीएस-4 नियम लागू हैं। 1 अप्रैल 2016 से सभी टू-व्हीलर मॉडल्स को बीएस-4 नियम मानना अनिवार्य होगा। वहीं मौजदा टू-व्हीलर मॉडल्स को 1 अप्रैल 2017 तक बीएस-4 में अपग्रेड करना जरूरी होगा। बीएस-3 टू-व्हीलर बीएस-4 के मुकाबले अधिक प्रदूषण फैलाते हैं, जिसके कारण दिल्ली सरकार ने रजिस्ट्रेशन पर प्रतिबंध लगाने का फैसला किया है।
तस्वीरों में देखिए V15
Bajaj V150
Bajaj V
Bajaj V
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टू-व्हीलर इंडस्ट्री को भारी नुकसान के आसार
ऑटो संगठन सियाम ने कहा कि बीएस-3 वाले पुराने मॉडल्स के रजिस्ट्रेशन ना होने पर कंपनियों को नुकसान होगा। सियाम ने में बीएस-4 के नोटिफिकेशन आने तक इंडस्ट्री ने बीएस-3 मॉडल के रजिस्ट्रेशन की मांग की है। बीएस-3 मॉडल के रजिस्ट्रेशन की अर्जी दिल्ली ट्रांसपोर्ट विभाग में दिसंबर से लंबित है। सरकार के इस फैसले से बजाज ऑटो, रॉयल एनफील्ड और सुजुकी को सबसे ज्यादा नुकसान होने की संभावना है। गौरतलब है कि दिल्ली में टू-व्हीलर गाड़ियों का बाजार लगातार बढ़ता जा रहा है। पिछले साल दिल्ली में 3,78,862 टू-व्हीलर्स गाड़ियां बिकी थी।
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