नई दिल्ली। मार्च में सोने के आयात में लगातार दूसरे महीने गिरावट आई है। माह के दौरान सोने का आयात 80.48 फीसदी घटकर 97.29 करोड़ डॉलर रहा। मार्च 2015 में सोने का आयात यह 4.98 अरब डॉलर रहा था। सोने के आयात में गिरावट से चालू खाते के घाटे को नियंत्रण में रखने में मदद मिलेगी। एक्सपर्ट्स का मानना है कि देशभर के ज्वैलर्स की हड़ताल की वजह से आयात में कमी आई है। गौरतलब है कि ज्वैलरी पर एक फीसदी एक्साइज ड्यूटी लगाने के विरोध में ज्वैलर्स करीब डेढ़ महीने के लिए हड़ताल पर चले गए थे।
पांच साल में सबसे कम व्यापार घाटा
आयात में इस कमी के चलते मार्च में व्यापार घाटा 5.07 अरब डॉलर रहा जो पांच साल में सबसे कम है। एक साल पहले समान अवधि में यह 11.39 अरब डॉलर रहा था। भारत दुनिया में सोने का सबसे बड़ा आयातक देश है और इसकी वजह देश मैं सोने के जेवरातों की भारी मांग रहना है।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमतों पर दबाव
कॉमैक्स पर सोना फिलहाल 0.30 फीसदी की गिरावट के साथ 1230 डॉलर प्रति औंस के स्तर पर कारोबार कर रहा है। 2016 के शुरुआती तीन महीने के दौरान शानदार रिटर्न देने के बाद सोने की कीमतों में गिरावट दर्ज की गई है। बीते एक महीने में सोना 4.50 फीसदी सस्ता हो चुका है। वहीं सोमवार को घरेलू बाजार में सोना 120 रुपए की तेजी के साथ 29,550 रुपए प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ।
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