देश में यहां लगेगा सबसे बड़ा हथियारों का मेला, इसलिए खास है 11वां डिफेंस एक्सपो
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में 11वां डिफेंस एक्सपो इंडिया-2020 आयोजित किया जाएगा।
नई दिल्ली। पहली बार उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में 11वां डिफेंस एक्सपो इंडिया-2020 आयोजित किया जाएगा। रक्षा मंत्री कार्यालय के ट्विटर हैंडल (@DefenceMinIndia) के मुताबिक इस बार देश का सबसे बड़ा हथियारों का मेला डिफेंस एक्सपो इंडिया-2020 लखनऊ में आयोजित होगा।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के संसदीय क्षेत्र लखनऊ में अगले साल 5 से 8 फरवरी, 2020 के बीच 11वां डिफेंस एक्सपो इंडिया-2020 आयोजित होगा। डिफेंस सेक्टर के लिए तेजी से उभरते उत्तर प्रदेश में आयोजित होने जा रहे इस मेले में दुनियाभर के अत्याधुनिक हथियारों की नुमाइश की जाएगी। बता दें कि यह प्रदर्शनी काफी भव्य होती है, इसे इंटरनेशनल लेवल पर आयोजित किया जाता है।
इस बार ये है थीम
रक्षा मंत्रालय ने एक बयान जारी कर कहा कि इस एक्सपो की थीम 'भारत: उभरता हुआ रक्षा विनिर्माण केंद्र' है और इसका फोकस 'रक्षा का डिजिटल रुपांतरण' पर होगा। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ट्वीट कर कहा कि हम डिफेंस एक्सपो में दुनियाभर के रक्षा उद्योगों, प्रदर्शनी लगाने वालों, मंत्री स्तरीय प्रतिनिधिमंडलों का स्वागत करते हैं। सभी लोगों का तेजी से बड़े उत्पादन केंद्र के रूप में उभर रहे भारत में न केवल हमारे सैनिकों बल्कि दुनिया में निर्यात के लिए रक्षा उत्पादों के सह निर्माण और सह उत्पादन के लिए स्वागत करते हैं।
इसलिए डिफेंस एक्सपो के लिए चुना गया यूपी
यह प्रदर्शनी रक्षा क्षेत्र में निवेश के लिए एक आकर्षक गंतव्य के रूप में उत्तर प्रदेश को भी उभारेगी और रक्षा उद्योग में पार्टनरशिप और संयुक्त उद्यमों के लिए एक मंच के रूप में भूमिका निभाएगी। रक्षा मंत्रालय ने कहा कि उत्तर प्रदेश में मजबूत रक्षा औद्योगिक आधारभूत ढांचा है। इसमें लखनऊ, कानपुर, कोरवा और नैनी (प्रयागराज) में हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) की चार इकाइयां, नौ आयुध फैक्टरियां हैं, जिनमें कानपुर, कोरवा, शाहजहांपुर, फिरोजाबाद और गाजियाबाद में भारत इलेक्ट्रॉनिक लिमिटेड की एक इकाई शामिल हैं। भारत के दो रक्षा औद्योगिक गलियारों (डीआईसी) में से एक की योजना उत्तर प्रदेश में भी है।
मेक इन इंडिया को मिलेगा बढ़ावा
डिफेंस एक्सपो प्रमुख विदेशी मूल उपकरण निर्माताओं (ओईएम) को भारतीय रक्षा उद्योग के साथ सहयोग करने और पीएम मोदी की मेक इन इंडिया पहल को बढ़ावा देने में मदद करने का अवसर प्रदान करेगा। डिफेंस एक्सपो में विदेशी प्रतिनिधिमंडलों के साथ बिजनेस-टू-बिजनेस (बी2बी) बातचीत की भी सुविधा मिलती है। साथ ही सरकार से सरकार के स्तर पर भी एमओयू (MOU) साइन होते हैं। विदेशों से मंत्री स्तर के डेलिगेशन और यहां आने वाले लोगों से भारत के एक प्रमुख विनिर्माण केंद्र के रूप में उभरने की उम्मीद है। देश में इससे न सिर्फ सेना को मजबूत करने में मदद मिलेगी बल्कि भारत बड़े पैमाने पर डिफेंस उपकरणो का निर्यातक भी बन सकता है।
निर्यात की संभावना तलाशने के लिए बेहतरीन मौका
रक्षा मंत्रालय ने एक बयान जारी कर कहा कि डिफेंस एक्सपो भारतीय रक्षा उद्योग के लिए अपनी क्षमताओं को दिखाने और निर्यात की संभावना तलाशने के लिए एक बेहतरीन मौका है। इस बार के डिफेंस एक्सपो में डिफेंस के डिजिटल ट्रांसफॉरमेशन पर फोकस किया जाएगा। डिफेंस एक्सपो के दौरान यूपी को डिफेंस सेक्टर के लिए तेजी से उभरते निवेश ठिकाने के रूप में दर्शाया जाएगा।
बता दें कि इससे पहले दिल्ली के प्रगति मैदान में होने वाला डिफेंस एक्सपो मनोहर पर्रिकर के रक्षामंत्री बनने पर 2016 में गोवा, निर्मला सीतारमण के रक्षा मंत्री बनने पर 2018 में चेन्नई में हुआ था। अब राजनाथ सिंह के रक्षा मंत्री बनने पर यह लखनऊ में आयोजित होने जा रहा है। इससे पहले लखनऊ में एयरो इंडिया शो होने वाला था लेकिन राजनीतिक विरोध के चलते इसे रद्द कर दिया गया था।