नई दिल्ली। दिसंबर में सब्जियों और फलों की कीमत में आई गिरावट की वजह से थोक महंगाई दर में कमी आई है। वाणिज्य मंत्रालय की तरफ से जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक दिसंबर में थोक महंगाई दर 3.58 प्रतिशत दर्ज की गई है, इससे पहले नवंबर में यह दर 3.93 प्रतिशत थी। हालांकि आंकड़ों की तुलना 2016 के दिसंबर से की जाए तो थोक महंगाई दर में बढ़ोतरी हुई है, 2016 के दिसंबर में यह दर 2.10 प्रतिशत थी।
दिसंबर में आलू सहित कई सब्जियों की कीमत में गिरावट देखने को मिली है, साथ में फलों की कीमत भी घटी है जिसका असर थोक महंगाई दर पर देखने को मिला है। हालांकि पेट्रोल, डीजल और अन्य प्रेट्रोलियम प्रोडक्ट्स की कीमत में हुई बढ़ोतरी की वजह से थोक महंगाई दर में ज्यादा कमी नहीं आई है। दिसंबर में महंगाई दर के फ्यूल एंड पावर इंडेक्स में बढ़ोतरी देखने को मिली है। इसके अलावा मैन्युफैक्चर्ड प्रोडक्ट्स के इंडेक्स में भी हल्की बढ़ोतरी हुई है।
दिसंबर में थोक महंगाई दर घटने से शेयर बाजार के निवेशकों ने राहत की सांस ली है, थोक महंगाई दर में कमी आने से भारतीय रिजर्व बैंक की तरफ से मौद्रिक नीति के कठोर होने की आशंका कुछ कम हुई है। यानि होमलोन और कारलोन की दरों में बढ़ोतरी होने की आशंका घट गई है। रिजर्व बैंक 7 फरवरी को बैठक करेगा।
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