नई दिल्ली। आपके पर्स मे रखे हुए डेबिट और क्रेडिट कार्ड 3-4 साल में किसी काम के नहीं रहेंगे। इतना ही नहीं आप कैश निकालने के लिए जिस ATM मशीन का इस्तेमाल करते हैं वह भी अगले 3-4 सालों में बेकार हो जाएगी। खुद सरकार का ऐसा मानना है। नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कांत ने शनिवार को कहा कि डेबिट और क्रेडिट कार्ड के साथ साथ एटीएम भी अगले तीन से चार साल में बेकार हो जायेंगे और वित्तीय लेनदेन के लिये लोग अपने मोबाइल फोन का इस्तेमाल करेंगे।
उन्होंने कहा कि भारत में 72 प्रतिशत जनसंख्या 32 साल से कम उम्र के लोगों की है। ऐसे में उसके लिये यह अमेरिका और यूरोप के देशों के मुकाबले जनसांख्यिकीय लाभांश की स्थिति दर्शाता है। कांत ने नोएडा स्थित अमेटी विश्वविद्यालय के कैंपस में एक सभा को संबोधित करते हुये कहा, ‘‘भारत में क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड और एटीएम की प्रौद्योगिकी अगले तीन से चार साल में बेकार हो जायेगी और हम सभी तमाम लेनदेन करने के लिये अपने मोबाइल का इस्तेमाल कर रहे होंगे।’’
कांत को अमेटी विश्वविद्यालय में डाक्टरेट की मानद उपाधि दी गई। उन्होंने कहा कि भारत दुनिया में एकमात्र देश हैं जहां अरबों की संख्या में बायोमेट्रिक डेटा उपलब्ध हैं। इसके साथ ही मोबाइल फोन और बैंक खाते भी हैं इसलिये भविष्य में यह एकमात्र देश होगा जहां कई तरह की नई चीजें होंगी। ज्यादा से ज्यादा वित्तीय लेनदेन मोबाइल फोन के जरिये किये जायेंगे और यह रुझान पहले से ही दिखने लगा है।
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