नई दिल्ली। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने शनिवार को भयंकर चक्रवाती तूफान मेकुनु के बारे में चेतावनी जारी की है। आईएमडी ने कहा है कि भारत की साउथ-वेस्टर्न कोस्टलाइन के पास वेस्ट सेंट्रल अरब सागर में हवा की रफ्तार 90 से 100 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंच सकती है। आईएमडी ने अनुमान जताया है कि समुद्र में लहरें 3 मीटर से लेकर 3.2 मीटर तक ऊपर जा सकती हैं।
विभाग ने मछुआरों को सलाह दी है कि वह अगले 12 घंटे तक वेस्टसेंट्रल अरब सागर में मछली पकड़ने न जाएं। गोवा सरकार ने जीवनरक्षा के लिए समुद्री तट पर दृष्टि मरीन को तैनात कर दिया है। सरकार ने लोगों के समुद्र के नजदीक जाने पर भी रोक लगा दी है।
भारती मौसम विज्ञान विभाग ने कहा है कि तूफान अधिकतम 170 से 180 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से आ सकता है और इसकी रफ्तार 200 किलोमीटर प्रति घंटे की भी हो सकती है। इसे अत्यधिक खतरनाक चक्रवाती तूफान बताया जा रहा है।
मेकुनु चक्रवात शनिवार को सुबह अरब सागर में प्रवेश कर चुका है। खबरों के मुताबिक शुक्रवार को अरब प्रायदीप के ओमान और यमन में मेकुनू ने भारी तबाही मचाई है। तेज हवा और भारी बारिश के चलते ओमान के सलालाह शहर का हवाईअड्डा कई घंटों के लिए बंद करना पड़ा। इसके अलावा यहां से 40 लोगों के लापता होने, जबकि हजारों जानवरों के बाढ़ में बहने की खबरें हैं।
विभाग का कहना है कि गोवा और महाराष्ट्र के तटीय इलाकों में तेज हवा के साथ भारी बारिश हो सकती है। इस तूफान से मछुवारों को भी विशेष तौर पर सावधान रहने की सलाह दी गई है। इस बीच मौसम विभाग ने देश में मानसून को लेकर भी पूर्वानुमान जारी किया है। इसमें एक बार फिर मानसून के तय वक्त से पहले दस्तक देने की उम्मीद जताई गई है। अगले तीन से चार दिन के भीतर अंडमान निकोबार द्वीप समूह के अलावा बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पूर्वी हिस्से, रायलसीमा, तेलंगाना और आंध्र प्रदेश के कुछ तटीय इलाकों में बारिश हो सकती है।
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