फिटनेस के लिए साइकिल का चलन बढ़ा, अनलॉक-1 में दिल्ली में बिक्री 25% बढ़ी
1 जून से दिल्ली में दुकाने खुलने के साथ लोगो ने साइकिल की खरीद शुरू की
नई दिल्ली। अनलॉक-1 में लोगों को जैसे-जैसे राहत मिल रही है, उसी क्रम में लोग अब अपनी फिटनेस को लेकर भी काफी जागरूक नजर आ रहे हैं। लॉकडाउन की शुरुआती छूट में भी जिम, पार्क वगैरह बंद होने की वजह लोग फिटनेस को बनाए रखने के लिए साइकिल का सहारा ले रहे हैं। यही वजह है कि साइकिल की मांग में बढ़त देखने को मिल रही है।
झंडेवालान साइकिल एंड टॉय मार्केट एसोसिएशन के सचिव विपिन ने आईएएनएस को बताया कि मार्केट में 25 फीसदी मांग बढ़ गई है। बच्चे और कॉलेज स्टूडेंट से ज्यादा बड़े उम्र के लोग साइकिल खरीदने आ रहे हैं, क्योंकि उनके पास वर्कआउट करने का कोई और उपाय नहीं बचा है। एक साइकिल की दुकान से बिक्री लॉकडाउन से पहले रोजाना करीब 50 हजार की थी, लेकिन अब करीब 70 हजार की हो गई है।"
दरअसल सोशल डिस्टेंसिग और शहरों की घनी आबादी की वजह से लोग टहलने की जगह साइकिल को प्राथमिकता दे रहे हैं । जिससे उनकी पहुंच ज्यादा बड़े हिस्से में हो और वो दूरी बनाकर अपनी फिटनेस भी कायम रख सकें।
झंडेवालान साइकिल मार्केट दिल्ली की सबसे पुरानी मार्केट है जो 1978 में शुरू हुई थी। यहां 1940 से कारोबार कर रहे एक कारोबारी आर.के. अग्रवाल के मुताबिक झंडेवालान मार्केट में 17-18 मई से ऑड-ईवन नियम पर दुकानें चालू हो गई थीं। 1 जून से सभी दुकानें खुलने लगीं, जिसके बाद से मार्केट में साइकिल की मांग बढ़ने लगी है।"
हालांकि मांग बढ़ने के बावजूद साइकिल के कारोबारी भविष्य को लेकर ज्यादा आशावान नहीं हैं। दुकानदारों ने बताया कि साइकिल के व्यापार में मार्जिन कम होता है, इस वजह से इस मार्केट में साइकिल का काम धीरे-धीरे खत्म हो रहा है। इस मार्केट में पहले 132 दुकानों में साइकिल का व्यापार होता था, लेकिन आज की तारीख में सिर्फ 30 दुकानों में साइकिल के साथ-साथ स्पेयर पार्ट और जिम के सामान की बिक्री होती है। इस साइकिल मार्केट में ज्यादातर साइकिल लुधियाना से आती हैं, क्योंकि वह इंडियन साइकिल का हब है। हीरो, टाटा, हरक्यूलिस ब्रांड की साइकिलें यहां मुंबई से मंगाई जाती हैं।