नई दिल्ली। सरकार चालू वित्त वर्ष में कोयला आयात में कमी के जरिये 40,000 करोड़ रुपए की विदेशी मुद्रा की बचत का लक्ष्य लेकर चल रही है। दुनिया की सबसे बड़ी कोयला कंपनी कोल इंडिया के रिकार्ड उत्पादन से बीते वित्त वर्ष में देश को अपने कोयला आयात बिल में 28,000 करोड़ रुपए की कमी लाने में मदद मिली थी।
कोयला मंत्री पीयूष गोयल ने आज ठेका श्रमिक भुगतान प्रबंधन प्रणाली पर एक वेब पोर्टल की शुरआत करने के बाद पत्रकारों से कहा कि बीते वित्त वर्ष में हमने 28,000 करोड़ रुपए की विदेशी मुद्रा बचाई थी। इस साल हम 40,000 करोड़ रुपए की विदेशी मुद्रा की बचत का लक्ष्य लेकर चल रहे हैं।
पीयूष गोयल ने कहा कि हमारा लक्ष्य तापीय कोयले का आयात घटाना तथा घरेलू कोयले का उत्पादन बढ़ाना है। इस मौके पर कोयला सचिव अनिल स्वरूप ने बताया कि कोल इंडिया के लिए चालू वित्त वर्ष में 59.8 करोड़ टन के उत्पादन का लक्ष्य तय किया गया है। स्वरूप ने कहा कि कोल इंडिया ने 15 वॉशरीज की स्थापना का फैसला किया है। यह काम एक अक्टूबर, 2017 तक पूरा हो जाने की उम्मीद है।
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