कच्चे तेल की कीमतें 5 महीने के उच्चतम स्तर पर पहुंची, अमेरिका में स्टॉक घटने का असर
अमेरिका के क्रूड स्टॉक में 1 अगस्त को खत्म हुए सप्ताह में 86 लाख बैरल की गिरावट
नई दिल्ली। बुधवार के कारोबार में कच्चे तेल की कीमतें 5 महीने के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई। कीमतों में ये उछाल अमेरिका में क्रूड स्टॉक के तेज गिरावट और डॉलर में कमजोरी की वजह से देखने को मिली है। हालांकि जानकार कोरोना महामारी के प्रसार में बढ़त के देखते हुए मांग में किसी भी रिकवरी को लेकर अनिश्चित बने हुए हैं। जिससे कीमतों में आगे भी बढ़त जारी रहने को लेकर आशंकाएं बनी हुई हैं।
बुधवार के कारोबार में ब्रेंट क्रूड की कीमतें 46.23 डॉलर प्रति बैरल के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया। पिछले सत्र में कीमतें 44.43 डॉलर प्रति बैरल के स्तर पर बंद हुई थीं। वहीं डब्लूटीआई क्रूड की कीमतें कारोबार के दौरान 43.52 डॉलर प्रति बैरल के उच्चतम स्तर पर पहुंच गईं। मंगलवार को क्रूड 41.7 डॉलर प्रति बैरल के स्तर पर बंद हुआ था। कीमतों में ये बढ़त क्रूड इन्वेंटरी में कमी आने की वजह से दर्ज हुई है। अमेरिकन पेट्रोलियम इंस्टीट्यूट के मुताबिक 1 अगस्त को खत्म हुए हफ्ते में अमेरिका में क्रूड स्टॉक 86 लाख बैरल की कमी के साथ 52 करोड़ बैरल के स्तर पर आ गया। इससे पहले बाजार के जानकार स्टॉक में 30 लाख बैरल की कमी का अनुमान लगा रहे थे। कच्चे तेल के स्टॉक से जुड़े अधिकारिक आंकड़े आज जारी होंगे। वहीं अमेरिकी डॉलर में कमजोरी से भी क्रूड की कीमतों में असर देखने को मिला है।
बाजार के जानकारों के मुताबिक कीमतों में मौजूदा बढ़त सीमित रह सकती है। अगर कोरोना वायरस महामारी में बढ़त जारी रहती है तो आने वाले समय के साथ ही कच्चे तेल की मांग में गिरावट बढ़ सकती है। मौजूदा संकेतों को देखते हुए जानकार मान रहे हैं कि फिलहाल अगले कुछ वक्त मांग में किसी तेज रिकवरी की संभावना कम ही है।