नई दिल्ली। आने वाले दिनों में पेट्रोल और डीजल की कीमत में कटौती की उम्मीदे बढ़ गई हैं। कच्चे तेल की कीमतों में लगातार नरमी बनी हुई है और ब्रेंट क्रूड आज कारोबार के दौरान 63 डॉलर प्रति बैरल से नीचे पहुंच गया। सरकार पहले ही साफ कर चुकी है कि वो कच्चे तेल में आई गिरावट का फायदा ग्राहकों तक पहुंचाएंगे।
गुरुवार को कहां पहुंची कच्चे तेल की कीमत
गुरुवार के कारोबार में ब्रेंट क्रूड 62.52 के निचले स्तरों तक पहुंच गया। बुधवार को ब्रेंट 63.16 डॉलर प्रति बैरल के स्तर पर बंद हुआ था। 17 मार्च से ब्रेंट क्रूड 65 डॉलर प्रति बैरल के स्तर से नीचे बना हुआ है। वहीं 23 मार्च को कीमतें 60.79 डॉल प्रति बैरल के स्तर तक गिर गई थीं। यानि बीते 3 हफ्ते से ब्रेंट क्रूड 61 डॉलर से 65 डॉलर प्रति बैरल के स्तर के बीच ही बना हुआ है। मार्च की शुरुआत में ही ब्रेंट 70 डॉलर प्रति बैरल के स्तर के पार पहुंच गया था। ब्रेंट का एक साल का निचला स्तर 32.64 डॉलर प्रति बैरल हैं और उच्च स्तर 70.67 डॉलर प्रति बैरल है।
क्या है जानकारों की राय
यूएस एनर्जी इंफॉर्मेशन एडमिनिस्ट्रेशन ने अनुमान दिया है कि अप्रैल से जून की अवधि में ब्रेंट क्रूड की औसत कीमत 65 डॉलर प्रति बैरल रह सकती है। वहीं जुलाई से दिसंबर के बीच औसत कीमत 61 डॉलर प्रति बैरल और 2022 में 60 डॉलर प्रति बैरल रह सकती है। यानि आने वाले समय में कीमतों में नरमी के संकेत हैं।
क्या है सरकार का बयान
पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने बीते रविवार को कहा कि पेट्रोल डीजल और रसोई गैस की कीमतों में अब कटौती की शुरुआत हो चुकी है। आने वाले समय में इसमें और कटौती होगी। उन्होने कहा कि सरकार पहले ही कह चुके हैं कि जैसे ही विदेशी बाजारों में कीमतों में गिरावट देखने को मिलेगी, हम इसका फायदा आम लोगों तक पहुंचा देंगे।
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