नई दिल्ली। देश के आठ कोर सेक्टर की वृद्धि दर फरवरी मे 5.5 प्रतिशत रही जो 11 महीने का उच्चतम स्तर है। मुख्य रूप से कोयला, रिफाइनरी प्रोडक्ट और बिजली का उत्पादन बढ़ने से कोर सेक्टर में अच्छी वृद्धि दर्ज की गयी। मंगलवार को जारी सरकारी आंकड़े के अनुसार कोर सेक्टर में शामिल कोयला, कच्चा तेल, प्राकृतिक गैस, रिफाइनरी उत्पाद, उर्वरक, इस्पात, सीमेंट और बिजली में पिछले साल फरवरी महीने में 2.2 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गयी थी। इससे पहले मार्च 2019 में आठों सेक्टर की वृद्धि दर 5.8 प्रतिशत रिकार्ड की गयी थी।
इस साल जनवरी के दौरान कोर सेक्टर में 1.4 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गयी थी। औद्योगिक उत्पादन सूचकांक में इन सेक्टर की हिस्सेदारी 40.27 प्रतिशत है। कोयला, रिफाइनरी उत्पाद और बिजली में क्रमश: 10.3 प्रतिशत, 7.4 प्रतिशत और 11 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गयी। हालांकि कच्चा तेल, प्राकृतिक गैस और इस्पात क्षेत्र में उत्पादन गिरावट दर्ज की गयी। उर्वरक और सीमेंट उत्पादन में क्रमश: 2.9 प्रतिशत और 8.6 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गयी। अप्रैल- फरवरी 2019-20 के दौरान कोर सेक्टर की वृद्धि दर घटकर एक प्रतिशत पर आ गयी जबकि एक साल पहले इसी अवधि में यह 4.2 प्रतिशत थी।
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