चेन्नई। एक्टिव इनवेस्टर एलिओट मैनेजमेंट द्वारा व्यापार प्रमुखों को लेकर दबाव का सामना कर रही कोग्नीजैंट टेक्नोलॉजी (Cognizant) ने अपना वेतन खर्च कम करने के लिए चुनिंदा श्रेणी के सीनियर एग्जीक्यूटिव्स के लिए स्वैच्छिक पृथक्करण योजना (VRS) पेश की है।
कोग्नीजैंट ने मंगलवार रात अपने डी प्लस श्रेणी के कर्मचारियों (डायरेक्टर्स ओर सीनियर वाइस प्रेसिडेंट) को एक मेल भेजा है, जिसमें उन्हें एक सौहार्दपूर्ण नोट पर वेतन पैकेज के अनुसार छह या नौ महीने का वेतन विकल्प स्वीकार कर कंपनी छोड़कर जाने के लिए कहा गया है। कंपनी के डायरेक्टर्स को नौ महीने का वेतन देने की पेशकश की गई है, जबकि एवीपी और एसवीपी को छह महीने का वेतन विकल्प दिया गया है।
31 दिसंबर 2016 के मुताबिक कोग्नीजैंट के कुल कर्मचारियों की संख्या 2.6 लाख थी, हालांकि कंपनी ने इस वीआरएस के तहत आने वाले कर्मचारियों की संख्या का खुलासा नहीं किया है। 2016 में कोग्नीजैंट का राजस्व 13.49 अरब डॉलर था, जो सालाना आधार पर 8.6 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है।
अधिकांश आईटी कंपनियां इस समय निम्न वृद्धि का सामना कर रही हैं। आईटी कंपनी इस समय तेजी से न्यू डिजिटल सर्विसेस के रूप में बदलाव कर रही हैं। कई देशों में वीजा नियमों को कठोर बनाए जाने से भी आईटी कंपनियों के मार्जिन पर दबाव पड़ रहा है। नैसडैक में लिस्टेड कोग्नीजैंट ने 2016 के लिए अपने कर्मचारियों के वेरीएबल पे में भी कटौती की है।
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