नई दिल्ली। मीडिया में आई खबरों पर भरोसा करें तो कॉग्निजैंट इस साल 10,000 से ज्यादा कर्मचारियों को बाहर कर सकती है। वहीं, इकॉनोमिक टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक कंपनी इस साल 6,000 से ज्यादा कर्मचारियों की छंटनी कर सकती है।
रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि यह नॉर्मल साइकल का हिस्सा है और ऐसा करने वाली कॉग्निजैंट अकेली कंपनी नहीं होगी। ज्यादातर आईटी कंपनियों में अप्रेजल यानी मूल्यांकन की प्रक्रिया काफी सख्त होती है। जिन कर्मचारियों ने खुद को समय के अनुसार अपग्रेड करने की कोशिश नहीं की है, उनके लिए अगला दो साल मुश्किल भरा रह सकता है।
यह भी पढ़ें : वोडाफोन इंडिया और आइडिया सेल्युलर के विलय की हुई घोषणा, बनेगी देश की सबसे बड़ी टेलिकॉम कंपनी
कॉग्निजैंट एक साल में 2-3 फीसदी कर्मचारियों की करती है छंटनी
- रिपोर्ट के अनुसार, कॉग्निजैंट एक साल में आम तौर पर 2-3 फीसदी कर्मचारियों की छंटनी करती है।
- ये कर्मचारी कंपनी की नजर में अंडरपरफॉर्मर होते हैं।
- कॉग्निजैंट के पास 2,65,000 से भी ज्यादा एंप्लॉयीज हैं।
- रिपोर्ट में कंपनी के प्रवक्ता के हवाले से कहा गया है कि कंपनी वर्कफोर्स मैनेजमेंट स्ट्रैटिजी के तहत नियमित तौर पर परफॉर्मेंस की समीक्षा कर यह सुनिश्चित किया जाता है कि क्लायंट्स की जरूरतों को पूरा करने और बिजनेस लक्ष्य हासिल करने लिए कंपनी के पास जरूरी स्किल हैं।
- इस प्रक्रिया में बदलाव होता है और कुछ एंप्लॉयीज कंपनी से बाहर किए जाते हैं।
यह भी पढ़ें :GST का रास्ता साफ, केंद्रीय मंत्रिमंडल ने चार महत्वपूर्ण विधेयकों को दी मंजूरी
- इस प्रक्रिया के चलते कोई भी कार्रवाई परफॉर्मेंस आधारित होती है और आमतौर पर पिछले सालों की तरह होती है।
- किसी भी साल में संख्या में कुछ फीसदी की कमी या बढ़ोतरी हो सकती है।
- हालांकि, यह कंपनी की प्रक्रिया का हिस्सा है।
- साथ ही, कंपनी अपनी क्षमताओं को बढ़ाती भी रहती है और तमाम भूमिकाओं के लिए हायरिंग भी करती है।
Latest Business News