कोलकाता: कोल इंडिया लिमिटेड ने वित्त वर्ष 2021-22 के लिए 17,000 करोड़ रुपये के पूंजीगत व्यय का लक्ष्य रखा है, जो पिछले साल के इसके व्यय से लगभग 4,000 करोड़ रुपये अधिक है। एक अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि कंपनी को कोयले की बढ़ती मांग और ई-नीलामी बिक्री से अधकि राशि मिलने से नकदी प्रवाह में सुधार की उम्मीद है।
अधिकारी ने बताया, ‘‘इस वर्ष के लिए कुल पूंजीगत व्यय 17,000 करोड़ रुपये है। इसमें हिंदुस्तान उर्वरक और रसायन लिमिटेड और तालचर फर्टिलाइजर्स लि.में 3,000 करोड़ रुपये डालना भी शामिल है। साथ ही एक संयुक्त उद्यम कंपनी के माध्यम से रेलवे लाइन निर्माण के लिए 1,000-1,500 करोड़ रुपये खर्च किये जायेंगे।’’
सार्वजानिक क्षेत्र की महारात्न कंपनी ने अपने पूंजीगत व्यय बजट को 2020-21 के वित्तीय वर्ष के लिए 10,000 करोड़ रुपये के शुरुआती अनुमान से संशोधित कर 13,115 करोड़ रुपये कर दिया था। उल्लेखनीय है कि कोविड-19 महामारी के मद्देनजर केंद्र सरकार ने सार्वजानिक क्षेत्र की कंपनियों को अर्थव्यवस्था में वृद्धि को गति देने के लिए अपने पूंजीगत व्यय को बढ़ाने का निर्देश दिया था।
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