Q4 Results: सिटी यूनियन बैंक को हुआ 152 करोड़ रुपए का मुनाफा, जेट एयरवेज को 1,036 करोड़ रुपए का घाटा
निजी क्षेत्र के सिटी यूनियन बैंक का शुद्ध लाभ 31 मार्च को समाप्त तिमाही में 18.04 प्रतिशत बढ़कर 152.12 करोड़ रुपए पर पहुंच गया। तमिलनाडु के इस बैंक ने इससे पिछले वर्ष की समान तिमाही में 128.87 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ कमाया था।
नई दिल्ली। निजी क्षेत्र के सिटी यूनियन बैंक का शुद्ध लाभ 31 मार्च को समाप्त तिमाही में 18.04 प्रतिशत बढ़कर 152.12 करोड़ रुपए पर पहुंच गया। तमिलनाडु के इस बैंक ने इससे पिछले वर्ष की समान तिमाही में 128.87 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ कमाया था। समीक्षाधीन तिमाही में बैंक की कुल आय 6.99 प्रतिशत बढ़कर 990.48 करोड़ रुपए पर पहुंच गई, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 925.75 करोड़ रुपए रही थी।
इस अवधि में बैंक की शुद्ध ब्याज आय 18 प्रतिशत बढ़कर 368 करोड़ रुपए रही, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 311 करोड़ रुपए रही थी। बीते वित्त वर्ष की आखिरी तिमाही में बैंक का शुद्ध ब्याज मार्जिन 4.36 प्रतिशत रहा। 31 मार्च, 2018 तक बैंक की सकल गैर निष्पादित आस्तियां (एनपीए) 3.03 प्रतिशत थीं, जो एक साल पहले 2.83 प्रतिशत के स्तर पर थीं। इस अवधि में बैंक का शुद्ध एनपीए 1.70 प्रतिशत था, जो एक साल पहले 1.71 प्रतिशत था।
जेट एयरवेज को 1,036 करोड़ रुपए का शुद्ध घाटा
निजी क्षेत्र की जेट एयरवेज का मार्च में समाप्त चौथी तिमाही में एकल शुद्ध घाटा 1,036 करोड़ रुपए रहा। इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में उसे 602.42 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ हुआ था।
कंपनी ने बताया कि समीक्षावधि में उसकी आय 3.44 प्रतिशत घटकर 6055 करोड़ रुपए रही। इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में यह आंकड़ा 6271.21 करोड़ रुपए था।
कंपनी का ईंधन पर व्यय इस दौरान 31 प्रतिशत बढ़कर 2,063.34 करोड़ रुपए रहा। पूरे वित्त वर्ष 2017-18 में कंपनी का एकल शुद्ध घाटा 767.62 करोड़ रुपए रहा, जबकि पिछले साल 2016-17 में इसे 1,482.52 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ हुआ था।
जैन इरिगेशन का चौथी तिमाही मुनाफा 29% बढ़ा
जैन इरिगेशन सिस्टम्स का शुद्ध लाभ समाप्त वित्त वर्ष की चौथी तिमाही में 29.28 प्रतिशत बढ़कर 159.44 करोड़ रुपए हो गया। कंपनी का मुनाफा उसकी बिक्री कारोबार बढ़ने से बढ़ा है। कंपनी ने कहा कि इससे पिछले साल चौथी तिमाही में उसका शुद्ध लाभ 123.32 करोड़ रुपए रहा था।
कंपनी की जनवरी-मार्च 2018 तिमाही में कुल आय 1,584.94 करोड़ रुपए रही, जो कि एक साल पहले इसी अवधि में हुई 1,413.33 करोड़ रुपए की आय से 12.14 प्रतिशत अधिक है। इस दौरान कंपनी के खर्चे भी एक साल पहले के 1,231.68 करोड़ रुपए से बढ़कर 1,417.97 करोड़ रुपए हो गए। कंपनी निदेशक मंडल ने शेयरधारकों के लिए एक रुपया प्रति शेयर लाभांश देने की सिफारिश भी की है।
वेदांता रिसोर्सेज का परिचालन लाभ बढ़कर 4.1 अरब डॉलर
विविध कारोबार करने वाली वैश्विक कंपनी वेदांता रिसोर्सेज का परिचालन लाभ 2017-18 में 27 प्रतिशत बढ़कर 4.1 अरब डॉलर हो गया। लंदन स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध कंपनी मुख्य तौर पर एल्युमिनियम, तांबा, जस्ता, चांदी, लौह अयस्क और तेल एवं गैस क्षेत्र में काम करती है। इससे पिछले वित्त वर्ष 2016-17 में कंपनी का कर देय पूर्व लाभ (परिचालन लाभ) 3.2 अरब डॉलर था।
कंपनी ने एक बयान में बताया कि समीक्षावधि में कंपनी की आय भी 33 प्रतिशत बढ़कर 15.4 अरब डॉलर रही है। इस दौरान उसका सकल ऋण बढ़कर 15.2 अरब डॉलर हो गया, जो पिछले एक साल में तीन अरब डॉलर कम हुआ है।