नई दिल्ली। भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) ने उत्तर भारत में अपनी सदस्य कंपनियों से कोविड-19 के सुरक्षा प्रोटोकॉल को लेकर नरमी नहीं बरतने की सलाह दी है। सीआईआई ने रविवार को एक बयान में कहा कि पिछले कुछ हफ्तों में कोविड-19 के मामलों में असीमित संख्या में बढ़ोत्तरी हुई है। देशभर में इसका भीषण प्रकोप बना हुआ है। बयान में कहा गया है कि उत्तर भारत के कई राज्यों में संक्रमण की दूसरी और तीसरी लहर देखी गयी है। मृत्यु दर भी बढ़ी है। सर्दियों के साथ ही यह समस्या और बढ़ेगी, विशेषकर जिनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कम है, वे अधिक प्रभावित होंगे।
सीआईआई के उत्तरी क्षेत्र के चेयरमैन निखिल साहनी ने कहा कि हम अपनी अर्थव्यवस्था में सुधार के कुछ संकेत देख रहे हैं और अब हम संक्रमण दोबारा बढ़ने की वजह से फिर किसी तरह का लॉकडाउन नहीं चाहते हैं। उन्होंने कहा कि संक्रमण बढ़ने के चलते कुछ राज्यों को रात्रि कर्फ्यू लगाने पर मजबूर होना पड़ रहा है। साथ ही सामाजिक मेलजोल पर भी प्रतिबंध लगाने पड़े हैं। साहनी ने कहा कि उत्तर भारत में उद्योग कोविड-19 के सुरक्षा प्रोटोकॉल का बराबर पालन करें और इस पर नरमी ना बरतें।
भारत में कोरोना के नए मामले लगातार 22 दिन से 50 हजार के स्तर से नीचे बने हुए हैं। अब तक कोरोना के कुल मामले 94 लाख के स्तर के करीब पहुंच गए। फिलहाल कुल एक्टिव केस की संख्या 4 लाख 54 हजार हो गई है। वहीं 88 लाख से ज्यादा लोग कोरोना से मुक्त हो चुके हैं। देश में मार्च से लॉकडाउन लगा था जिसके बाद उद्योग धंधों पर काफी बुरा असर देखने को मिला था। फिलहाल इंडस्ट्री धीरे धीरे रिकवर हो रही है, उद्योग संगठन नहीं चाहते कि रिकवरी के वक्त फिर से कोई प्रतिबंध लगे।
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