प्रोडक्ट्स के बायकॉट पर बौखलाया चीन, मीडिया ने कहा-भारतीय मेहनत नहीं, सिर्फ हल्ला कर सकते हैं
प्रोडक्ट्स के बायकॉट से चीन बौखलाया गया है। इस पर चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स ने लिखा है कि, भारतीय मेहनती नहीं होते हैं, सिर्फ उन्हें भौंकना आता है।
नई दिल्ली। भारत में चीनी प्रोडक्ट्स के खिलाफ सोशल मीडिया पर लगातार चल रहे कैंपेन से चीन भड़क गया है। इस विरोध से चीन का सरकारी मीडिया भारत को उलटा-सीधा बोल रहा है। सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स ने लिखा है कि, भारतीय मेहनती नहीं होते हैं, सिर्फ उन्हें भौंकना आता है। इंडियन प्रोडक्ट्स चाइनीज प्रोडक्ट्स के मुकाबले नहीं टिक सकते। दोनों देशों के बढ़ते ट्रेड डेफिसिट पर भी भारत कुछ नहीं कर सकता।”
अखबार में लिखा गया है कि- “पाकिस्तानी आतंकियों को अंतरराष्ट्रीय आतंकी घोषित कराने के भारत की कोशिशों के विरोध के चलते वे लोग नाराज हैं। सोशल मीडिया पर चीनी प्रोडक्ट्स के बायकॉट का कैम्पेन चल रहा है।
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चीनी कंपनियों ने नहीं लगाने चाहिए कारखाने
- अखबार में कहा गया है कि भारत के बजाए चीनी कंपनियां अपने ही देश में कारखाने लगाएं।
- भारत में बेचने के लिए चीनी प्रोडक्ट खरीदने को बड़ी संख्या में भारतीय व्यापारी हर हाल में यहीं आएंगे। वहां कारखाने लगाने में पैसा बर्बाद कर व्यवस्था क्यों बिगाड़ी जाए।
तस्वीरों में देखिए चाइनीज Lights
Diwali lights
भारत में क्यों लगाएं पैसा, न बिजली है- न पानी
- अखबार ने चीनी कंपनियों को भारत में इन्वेस्टमेंट नहीं करने को उकसाया है।
- भारत में बिजली-पानी की कमी है। लोग भी अधिक मेहनती नहीं।
- करप्शन ऊपर से नीचे तक फैला है। चीनी कंपनियों के लिए वहां इन्वेस्टमेंट आत्मघाती होगा।
- भारत के पास काफी पैसा है, लेकिन अधिकांश पैसा नेताओं, अफसरों और उनके कुछ करीबी बिजनेसमैन के पास है।
- ये लोग देश में अपना पैसा खर्च करना नहीं चाहते। इन्हीं वजहों से मेक इन इंडिया जैसी अव्यावहारिक स्कीमें शुरू की गई हैं।
चीनी कंपनियां भारत में बना रही है सेल्स के नए रिकॉर्ड
- इससे कुछ दिनों पहले ग्लोबल टाइम्स ने लिखा था भारत में चीनी गुड्स के बायकॉट का कैम्पेन जारी है, लेकिन इसके बावजूद त्योहारी मौसम में भारत में चीनी माल की रिकॉर्ड सेल हुई है।
- लेख के अनुसार, “भारत में दिवाली खरीददारी का सबसे बड़ा मौसम है और हिंदुओं का सबसे प्रमुख त्योहार भी है।
- लेकिन पिछले कुछ दिनों से भारतीय सोशल मीडिया पर चीनी गुड्स के बायकॉट का कैम्पेन चलाया जा रहा है
- कुछ नेता भी फैक्ट्स को बढ़ा-चढ़ा कर पेश कर रहे हैं। हालांकि, भारतीय मीडिया द्वारा चीनी सामान का ‘बुरा दिन’ आने की रिपोर्ट दिखाने के बावजूद भारत सरकार ने कभी भी चीनी प्रोडक्ट्स की आलोचना नहीं की है और वह पूरे देश में काफी पॉपुलर हैं।
- लेख के अनुसार, बायकॉट का यह कैम्पेन सफल नहीं हुआ है। चीनी प्रोडक्ट्स की अक्टूबर के पहले हफ्ते में रिकॉर्ड सेल हुई है।
- चीन की हैंडसेट कंपनी श्याओमी ने फ्लिपकार्ट, एमेजन इंडिया, स्नैपडील और टाटा क्लिक जैसे प्लैटफॉर्म्स पर सिर्फ 3 दिन में 5 लाख फोन बेचे हैं।
रामदेव ने लगाया था आरोप- चीन भारत से कमाकर कर रहा पाक की मदद
- बाबा रामदेव ने बीते मंगलवार को एक मीडिया इवेंट में कहा था- चीन भारत से पैसे कमा रहा है, लेकिन मदद पाकिस्तान की कर रहा है।
- उन्होने कहा था- “पतंजलि की एक यूनिट पाकिस्तान में भी खोलने की प्लानिंग है, लेकिन मेरा मकसद वहां से प्रॉफिट कमाना नहीं है, बल्कि वहां से कमाए पैसे को मैं पाकिस्तान के लोगों के कल्याण पर ही खर्च करूंगा।