इकोनॉमी को बूस्ट करने के लिए चीन का एक और कदम, इंटरेस्ट रेट में फिर की कटौती
चीन के केंद्रीय बैंक ने शुक्रवार को इंटरेस्ट रेट में एक बार फिर कटौती करने का ऐलान किया है। नवंबर से लेकर अब तक यह छठवीं कटौती है।
बीजिंग। चीन अपनी मंद पड़ी इकोनॉमी में जान फूंकने के लिए हर संभव कोशिश में लगा हुआ है। चीन के केंद्रीय बैंक ने शुक्रवार को इंटरेस्ट रेट में एक बार फिर कटौती करने का ऐलान किया है। नवंबर से लेकर अब तक यह छठी कटौती है।
पीपूल्स बैंक ऑफ चाइना (PBOC) ने अपनी वेबसाइट पर कहा है कि उसने एक साल बेंचमार्क वाले बैंक लेंडिंग रेट को 25 आधार अंक घटाकर 4.35 फीसदी कर दिया है। नई दरें 24 अक्टूबर से प्रभावी होंगी। केंद्रीय बैंक ने रिजर्व रिक्वायरमेंट रेशियो (आरआरआर) में भी 0.5 फीसदी की कटौती की है।
इतना ही नहीं पीपूल्स बैंक ने एक साल बेंचमार्क डिपोजिट रेट को भी 25 आधार अंक घटाकर 1.50 फीसदी कर दिया है। 2008-09 की वैश्विक आर्थिक संकट की तुलना में इस साल चीन ने अपनी पॉलिसी को आक्रामक ढंग से सरल बनाया है। चीन इस समय कमजोर मांग और अत्यधिक इंडस्ट्रियल कैपेसिटी के कारण आर्थिक मंदी से जूझ रहा है।
तीसरी तिमाही (जुलाई-सितंबर) में चीन की जीडीपी ग्रोथ घटकर 6.9 फीसदी रह गई है, जो कि 6 साल में सबसे कम है। दूसरी तिमाही में चीन की जीडीपी 7 फीसदी की दर से बढ़ी थी। खराब आर्थिक आंकड़ों के बाद पॉलिसी मेकर्स ब्याज दरों में कटौती के लिए दबाव बना रहे हैं। हालांकि राहत की बात यह कि मार्केट के अनुमान 6.8 फीसदी से जीडीपी ग्रोथ ज्यादा है। एक्सपर्ट के मुताबिक चीन की अर्थव्यवस्था को लेकर चिंताएं अभी भी बरकरार है।