बीजिंग। चीन हमेशा से कार कंपनियों के लिए एक बड़ा बाजार रहा है। लेकिन, अब इलेक्ट्रिक कार के मामले में भी चीन दुनिया में सबसे बड़ा बाजार बनने जा रहा है। चाइना एसोसिएशन ऑफ ऑटोमोबाइल मैन्यूफैक्चरर्स (सीएएएम) इस साल इलेक्ट्रिक कारों की बिक्री का आंकड़ा 2.20 लाख से 2.50 लाख तक पहुंच जाएगा। अगर यह अनुमान सही साबित हुआ तो अमेरिका को पीछे छोड़ चीन दुनिया का सबसे बड़ा इलेक्ट्रिक कार बाजार बन जाएगा।
चीन में 290 फीसदी बढ़ी इलेक्ट्रिक कारों की बिक्री
सीएएएम के डिप्टी सेक्रेटरी-जनरल शू यान्हुआ ने कहा कि दुनियाभर में इलेक्ट्रिक कारों की बिक्री का आंकड़ा छह लाख तक पहुंच जाएगा और अमेरिका में इसकी बिक्री 1.80 लाख रह सकती है। शू ने कहा कि चीन ने इलेक्ट्रिक गाड़ियों के मामले में तेजी से विकास कर रहा है। हालांकि, इस इंडस्ट्री के टिकाऊ विकास के लिए संख्या से अधिक क्वालिटी पर ध्यान देने की जरूरत है। सब्सिडी और टैक्स छूट जैसी सरकारी की अन्य सहायक नीतियों के कारण चीन के नवीन ऊर्जा वाहन उद्योग में बीते दो साल में विस्फोटक गति से बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है। सीएएएम के आंक़डे के मुताबिक, इस साल के पहले 10 महीने में इलेक्ट्रिक कारों की बिक्री चीन में साल-दर-साल आधार पर 290 फीसदी बढ़कर 1,71,145 रही है।
प्रदुषण कम करने के लिए इलेक्ट्रिक कारों पर जोर
चीन तेजी से बढ़ते प्रदुषण को रोकने के लिए इलेक्ट्रिक कारों पर जोर दे रहा है। यही वजह है कि उसने ने 2020 तक अपनी सड़कों पर 50 लाख इलेक्ट्रिक कार लाने और 45 लाख चार्जिंग स्टेशन बनाने की योजना बनाई है। चीन फ्यूल सेविंग वाले और न्यू एनर्जी से चलने वाले वाहनों के विकास पर जोर दे रहा है। प्रधानमंत्री ली क्विंग ने कहा कि इसके लिए हम एनर्जी सेविंग और न्यू एनर्जी व्हीकल्स को डेवलप करना जारी रखेंगे और देश में 2020 तक 45 लाख चार्जिंग स्टेशन बनाए जाएंगे।
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