बीजिंग। चीन की आर्थिक वृद्धि दर में वर्ष 2018 की तीसरी तिमाही (जुलाई-सितंबर) में सुस्ती देखी गई है। वर्ष 2009 के वैश्विक संकट के बाद इस साल तीसरी तिमाही में चीन की अर्थव्यवस्था में सबसे धीमी वृद्धि दर्ज की गई है। अमेरिका के साथ व्यापार संघर्ष और बढ़ते कर्ज का चीन की अर्थव्यवस्था पर असर पड़ा है।
चीन के राष्ट्रीय सांख्यिकी ब्यूरो की ओर से जारी आकंड़ों के मुताबिक, दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर जुलाई-सितंबर अवधि में 6.5 प्रतिशत रही।
यह आंकड़ा पिछली दो तिमाहियों की तुलना में कम है। पहली तिमाही में चीन की आर्थिक वृद्धि दर 6.8 प्रतिशत और दूसरी तिमाही में 6.7 प्रतिशत थी। हालांकि यह वार्षिक लक्ष्य 6.5 प्रतिशत के अनुरूप है।
ब्यूरो के प्रवक्ता माओ शेंगयोंग ने कहा कि वर्तमान में चीन को घरेलू व वैश्विक दोनों स्तर पर कठिन दौर का सामना करना पड़ रहा है, जिसके चलते चीन की आर्थिक वृद्धि दर सुस्त बनी हुई है।
अमेरिका के साथ व्यापार मोर्चे पर चीन का टकराव ऐसे समय हुआ है, जब चीन की अर्थव्यवस्था बढ़ते कर्ज की समस्या के साथ ऋण संकट और आधारभूत संरचना निवेश में नाकामी से जूझ रही है। सरकार इससे निकलने का प्रयास कर रही है।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चीन के साथ 375 अरब द्विपक्षीय व्यापार घाटे को कम करने के लिए बीजिंग से निर्यात को रोकने के लिए 250 अरब डॉलर मूल्य के आयात पर अतिरिक्त शुल्क लगाने की घोषणा की है।
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